रुद्रप्रयाग: बाबा केदारनाथ धाम के कपाट अपनी नियत तिथि पर 29 अप्रैल को खोले जाने हैं. ऐसे में प्रशासन पैदल मार्ग से लेकर धाम तक व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुटा है. पैदल मार्ग और धाम में बर्फ हटाने का काम लगातार जारी है.
बर्फ हटाने वाली यात्रा मैनेजमेंट एवं वुड स्टोन की टीम ने केदारनाथ मंदिर तक बर्फ काटते हुए रास्ता तैयार कर लिया है. यहां अब घोड़े खच्चरों की आवाजाही भी होने लगी है. हालांकि दो-तीन दिनों से केदारनाथ सहित ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और बारिश हो रही है, बावजूद इसके व्यवस्था जुटाने में लगे मजदूर रात-दिन कार्य करने में लगे हुए हैं.
केदारधाम धाम में इंटरनेट सेवा भी शुरू कर दी गई है. इससे जिला मुख्यालय से धाम में होने वाली तैयारियों पर भी नजर रखी जा सके. इसके अलावा यात्रा पड़ावों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है. जगह-जगह यात्रा पड़ावों पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें तैनात हो गई हैं. साथ ही 25 अप्रैल से धाम में मोबाइल नेटवर्क सेवा भी शुरू कर दिया जायेगा.
मंदिर व्यवस्था से जुड़ी देवस्थानम बोर्ड की एक टीम केदारनाथ में मौजूद है, जबकि पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीमें केदारनाथ पहुंच गई हैं. 26 अप्रैल को भगवान केदारनाथ की डोली ऊखीमठ से प्रस्थान करेगी. प्रशासन ने गौरीकुंड से छानी कैंप तक रास्ता आने जाने लायक बना दिया है, जबकि छानी कैंप से केदारनाथ के बीच बर्फ हटाने का काम अभी भी जारी है.
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि वर्तमान में गौरीकुंड से केदारनाथ तक आवाजाही के लिए रास्ता खोल दिया गया है, जहां ज्यादा बर्फ है वहां अब भी काम जारी है.
जल संस्थान के अधिशासी अभियंता संजय सिंह ने बताया कि केदार यात्रा के महत्वपूर्ण पड़ाव सीतापुर, गौरीकुण्ड और लिनचोली में पेयजल आपूर्ति शुरू कर दी गई है. केदारनाथ धाम में पानी के पाइप पहुंचा दिये गये हैं.