रुद्रप्रयाग: पूर्व मुख्यमंत्री एवं गढ़वाल सासंद तीरथ सिंह रावत ने सिद्धपीठ कालीमठ में पूजा अर्चना की. इसके बाद उन्होंने क्षेत्र भ्रमण कर जनता की समस्याओं को सुना. साथ ही क्षेत्र में फैली हर समस्या के निराकरण के लिए सामूहिक पहल करने का आश्वासन दिया.
तीरथ रावत के आगमन पर कालीमठ एवं तुंगनाथ घाटी के जनप्रतिनिधियों व भाजपा कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया. इसके साथ ही क्षेत्र की समस्याओं को लेकर ज्ञापनों का पुलिंदा सौंपा. तीरथ सिंह रावत ने जिला भ्रमण के दौरान भाजपा के विभिन्न मंडलों के बूथ कार्यकर्ताओं से संवाद कर उनमें जोश फूंका.
उन्होंने मोदी सरकार और प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं को हर गांव के घर-घर तक पहुंचाने का कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलवाया. वहीं, ईको पर्यटन समिति अध्यक्ष चोपता तुंगनाथ भूपेन्द्र मैठाणी ने ज्ञापन सौंपकर चोपता, तुंगनाथ, पटबाडा राजस्व ग्रामों तथा चोपता-तुंगनाथ पैदल मार्ग को सेंचुरी वन अधिनियम से बाहर करने, पैदल मार्ग के दोनों तरफ के बुग्यालों को संरक्षित करने, व्यापारियों को लीज पट्टे जारी करने और तुंगनाथ धाम सहित सभी यात्रा पड़ावों को विद्युत व्यवस्था से जोड़ने की मांग की.
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पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चण्डी प्रसाद भटट ने ग्राम पंचायत दैड़ा के पापड़ी तोक के भूस्खलन से प्रभावित 18 परिवारों को विस्थापन करने की मांग की. जिस पर तीरथ रावत ने लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को कुंड-चोपता मोटर मार्ग पर पापड़ी तोक के निचले हिस्से में हो रहे भूधंसाव के ट्रीटमेंट के निर्देश दिए.
प्रधान उषाडा कुंवर सिंह बजवाल ने आकाश कामिनी स्टेडियम के विस्तारीकरण की मांग की. प्रधान मक्कू विजयपाल नेगी ने दिलणा ग्वाड़ के भूस्खलन प्रभावित परिवारों के विस्थापन की मांग की. वहीं पूर्व सीएम ने बूथ कार्यकर्ताओं को सम्मानित कर, उनको अपना बूथ सबसे मजबूत कैसे हो, इस पर महत्वपूर्ण टिप्स दिए. बूथ सत्यापन एवं पन्ना प्रमुख की योजना पर भी विस्तार से बात की.