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रुद्रप्रयाग: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को केसीसी से जोड़ा जाएगा

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत किसान क्रेडिट कार्ड को जोड़ने के बाद सभी किसानों को उनकी जोत व पशुधन के आधार पर अधिकतम तीन लाख तक की रियायती संस्थागत ऋण सुविधा का लाभ मिल सकेगा.

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जिलाधिकारी ने ली बैठक.
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Published : Feb 12, 2020, 11:07 PM IST

रुद्रप्रयाग: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत जनपद के किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) से जोड़ने के लिए प्रेस वार्ता आयोजित की गई. यह प्रेस वार्ता जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की अध्यक्षता में जिला कार्यालय कक्ष में आयोजित की गई. इस दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में इस महीने बीस हजार किसानों को केसीसी बांटे जाएंगे.

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ने के बाद सभी किसानों को उनकी जोत व पशुधन के आधार पर अधिकतम तीन लाख तक की रियायती संस्थागत ऋण सुविधा का लाभ मिल सकेगा. जनपद में 31,510 पीएम किसान सम्मान निधि के लाभार्थी है. इनमें से 11 हजार किसानों के केसीसी बने हुए हैं, जबकि शेष लगभग बीस हजार किसानों को इसी महीने 23 फरवरी तक केसीसी बनाकर बांटने का लक्ष्य रखा गया है.

जिलाधिकारी ने ली बैठक.

यह भी पढ़ें-हाउस टैक्स में लेना चाहते हैं छूट तो जल्दी करें, बुजुर्गों और महिलाओं के लिए बनाए गए अलग काउंटर

जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने रेखीय विभागों के अधिकारियों की बैठक लेते हुए पीएम सम्मान निधि के सभी किसानों का केसीसी बनाने के लिए विशेष अभियान शुरू करने के निर्देश दिए. उन्होंने पीएम सम्मान निधि के लाभार्थियों की सूची आज ही बैंक को उपलब्ध कराने को कहा. उन्होंने बैंको को निर्देश दिए कि जिन किसानों के केसीसी नहीं बने हैं, उनकी सूची 13 फरवरी तक सहायक परियोजना निदेशक को उपलब्ध कराई जाए.

साथ ही किसान क्रेडिट कार्ड बनाने को लेकर कार्मिकों की तैनाती करने और गांव-गांव सर्वेक्षण के लिए रोस्टर निर्धारित करने को कहा. उन्होंने निर्देश दिए कि 19 फरवरी तक केसीसी के लिए किसानों से आवेदन लेकर बैंक में जमा कराना सुनिश्चित करें.

यह भी पढ़ें-मुनि की रेती में बनेगा प्रदेश का पहला इको पार्क, उत्तराखंड की संस्कृति से रूबरू होंगे पर्यटक

बैठक में डीडीएम नाबार्ड अभिनव कापरी ने बताया कि क्रेडिट कार्ड के तहत अधिकतम ऋण सीमा तीन लाख की होगी. केसीसी के लिए किसानों से एक पेज के आवेदन फार्म के साथ भू-अभिलेख दस्तावेज की प्रतिलिपि लगाकर बोई गई फसल का विवरण भरकर, उनके बैंक शाखा में जमा करना होगा. जहां उनका पीएम सम्मान निधि का खाता है. बैंकों द्वारा इसके लिए विशेष शिविर लगाए जा रहे है. बताया कि केसीसी का लाभ अब पशुपालन और मत्स्य पालन करने वाले किसानों को भी दिया जाएगा.

प्रोसेसिंग, डॉक्यूमेंटेशन, इंस्पेक्शन और लेजर फोलियो चार्ज के साथ केसीसी ऋण के लिए तीन लाख तक के अन्य सर्विस चार्ज भी माफ किए गए हैं. बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सरदार सिंह चैहान, सीवीओ डॉ. रमेश सिंह नितवाल, ऐपीडी रमेश कुमार, एलडीएम एस के शर्मा, सीएओ सुघर सिंह वर्मा, डीएचओ योगेंद्र सिंह सहित रेखीय विभागों के अधिकारी मौजूद थे.

रुद्रप्रयाग: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत जनपद के किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) से जोड़ने के लिए प्रेस वार्ता आयोजित की गई. यह प्रेस वार्ता जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की अध्यक्षता में जिला कार्यालय कक्ष में आयोजित की गई. इस दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में इस महीने बीस हजार किसानों को केसीसी बांटे जाएंगे.

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ने के बाद सभी किसानों को उनकी जोत व पशुधन के आधार पर अधिकतम तीन लाख तक की रियायती संस्थागत ऋण सुविधा का लाभ मिल सकेगा. जनपद में 31,510 पीएम किसान सम्मान निधि के लाभार्थी है. इनमें से 11 हजार किसानों के केसीसी बने हुए हैं, जबकि शेष लगभग बीस हजार किसानों को इसी महीने 23 फरवरी तक केसीसी बनाकर बांटने का लक्ष्य रखा गया है.

जिलाधिकारी ने ली बैठक.

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जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने रेखीय विभागों के अधिकारियों की बैठक लेते हुए पीएम सम्मान निधि के सभी किसानों का केसीसी बनाने के लिए विशेष अभियान शुरू करने के निर्देश दिए. उन्होंने पीएम सम्मान निधि के लाभार्थियों की सूची आज ही बैंक को उपलब्ध कराने को कहा. उन्होंने बैंको को निर्देश दिए कि जिन किसानों के केसीसी नहीं बने हैं, उनकी सूची 13 फरवरी तक सहायक परियोजना निदेशक को उपलब्ध कराई जाए.

साथ ही किसान क्रेडिट कार्ड बनाने को लेकर कार्मिकों की तैनाती करने और गांव-गांव सर्वेक्षण के लिए रोस्टर निर्धारित करने को कहा. उन्होंने निर्देश दिए कि 19 फरवरी तक केसीसी के लिए किसानों से आवेदन लेकर बैंक में जमा कराना सुनिश्चित करें.

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बैठक में डीडीएम नाबार्ड अभिनव कापरी ने बताया कि क्रेडिट कार्ड के तहत अधिकतम ऋण सीमा तीन लाख की होगी. केसीसी के लिए किसानों से एक पेज के आवेदन फार्म के साथ भू-अभिलेख दस्तावेज की प्रतिलिपि लगाकर बोई गई फसल का विवरण भरकर, उनके बैंक शाखा में जमा करना होगा. जहां उनका पीएम सम्मान निधि का खाता है. बैंकों द्वारा इसके लिए विशेष शिविर लगाए जा रहे है. बताया कि केसीसी का लाभ अब पशुपालन और मत्स्य पालन करने वाले किसानों को भी दिया जाएगा.

प्रोसेसिंग, डॉक्यूमेंटेशन, इंस्पेक्शन और लेजर फोलियो चार्ज के साथ केसीसी ऋण के लिए तीन लाख तक के अन्य सर्विस चार्ज भी माफ किए गए हैं. बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सरदार सिंह चैहान, सीवीओ डॉ. रमेश सिंह नितवाल, ऐपीडी रमेश कुमार, एलडीएम एस के शर्मा, सीएओ सुघर सिंह वर्मा, डीएचओ योगेंद्र सिंह सहित रेखीय विभागों के अधिकारी मौजूद थे.

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