रुद्रप्रयाग: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना प्रभावित गांव नरकोटा में सुरंग निर्माण के लिए लगातार किए जा रहे डायनामाइट विस्फोटों से गांव का मुख्य संपर्क मार्ग ध्वस्त हो गया है. ऐसे में अब ग्रामीण किसी तरह जान हथेली पर रखकर आवाजाही कर रहे हैं. इसी के तहत ग्राम प्रधान चंद्रमोहन ने डीएम से मिलकर जल्द से जल्द मार्ग निर्माण की मांग की.
ग्राम पंचायत नरकोटा में रेल विकास निगम की कार्य प्रणाली ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है. टनल निर्माण के लिए प्रयुक्त किए जा रहे डायनामाइट विस्फोटों से गांव के करीब 200 परिवार दहशत में जी रहे हैं. पिछले दिनों डायनामाइट विस्फोट से गांव का मुख्य संपर्क मार्ग ध्वस्त हो गया था. मार्ग का लगभग 20 मीटर हिस्सा धंस चुका है. आवाजाही करना खतरे से खाली नहीं है. ग्रामीण किसी तरह जान हथेली पर रखकर आवाजाही कर रहे हैं.
बता दें कि ग्रामीण पिछले एक महीने से डायनामाइट विस्फोटों को लेकर आरवीएनएल और जिला प्रशासन को कई बार लिखित व मौखिक रूप से शिकायत कर चुके हैं. दो बार एसडीएम को भी अवगत करा चुके हैं. जबकि, एक बार संयुक्त मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में हुई ग्राम पंचायत की बैठक में भी मामले की जानकारी दी गई है. लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है. अब स्थिति यह है कि गांव का मुख्य संपर्क मार्ग ध्वस्त हो चुका है.
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चौकी का उद्घाटन: रुद्रप्रयाग जिले में जन सुविधाओं को देखते हुए पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने कोतवाली रुद्रप्रयाग के तहत बदरीनाथ हाईवे के जवाड़ी बाईपास में पुलिस चौकी का उद्घाटन किया. चौकी का शुभारंभ करते हुए पुलिस अधीक्षक ने उप निरीक्षक दिनेश सती को चौकी प्रभारी नियुक्त करते हुए पुलिस बल की तैनाती कर दी है.
पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि कानून एवं शांति बनाए रखने, मॉनसून में हाईवे पर जाने वाले यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए बाईपास पर अस्थाई पुलिस चौकी बनाई गई है. उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ-बदरीनाथ व हेमकुंड साहिब जाने के लिए आने वाले वाहनों के मद्देनजर रुद्रप्रयाग मुख्य बाजार से पहले ही यातायात का संचालन किया जाना आवश्यक हो जाता है.
इसके लिए जवाड़ी बाइपास से यातायात को वन-वे किया जाता है. जिले में एंट्री व एग्जिट प्वाइंट हैं, जहां पर वर्तमान समय की आपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाए जाने के लिए नियमित रूप से पुलिस बल को व्यवस्थित किया जाना आवश्यक है. उन्होंने बताया कि इस चौकी से दूरस्थ गांवों के ग्रामीणों को कोतवाली आने से छुटकारा मिलेगा.