रुद्रप्रयाग: तृतीय केदार तुंगनाथ धाम में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी वंदना सिंह ने अधिकारियों के साथ क्षेत्र का निरीक्षण किया. इस दौरान तुंगनाथ धाम में चल रहे निर्माण कार्यों की धीमी गति पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की. साथ ही अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने के सख्त निर्देश दिए.
इसके साथ ही क्षेत्र में इको डेवलपमेंट समिति के गठन को लेकर बैठक करने के निर्देश दिए.
दरअसल, कोरोना महामारी के बावजूद सरकार की ओर से चारधामों की यात्रा के साथ अन्य मंदिरों की यात्रा भी शुरू की गई है. लेकिन व्यवस्थाएं न होने से तीर्थयात्री परेशान हैं. तृतीय केदार तुंगनाथ धाम के यात्रा पड़ावों में शौचालय और पानी की कोई व्यवस्था नहीं है. जबकि तुंगनाथ धाम सहित मिनी स्विट्जरलैंड चोपता में मेडिकल कैंप तक नहीं लगाया गया है. जिस कारण तीर्थयात्रियों को यात्रा के दौरान भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
यात्रा पड़ाव में स्थानीय लोगों की ओर से दुकाने भी नहीं खोली गई है. जिससे यात्रियों को खाने-पीने की भी दिक्कतें आ रही हैं. जिलाधिकारी वंदना सिंह ने तुंगनाथ धाम के यात्रा पड़ाव चोपता का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने तुंगनाथ मंदिर प्रांगण में चल रहे निर्माण कार्यों की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्य मे तेजी लाने के निर्देश दिए.उन्होंने कहा अधिकारियों को निर्देश दिया कि अक्टूबर तक मंदिर प्रांगण का कार्य पूरा किया जाए.
साथ ही मंदिर से पचास मीटर पहले स्थित आकाश कुंड में टाइल्स के स्थान पर स्थानीय पत्थर लगाए जाएं. इसके साथ ही ग्राम प्रधान व वन विभाग को इको डेवलपमेंट समिति के गठन के लिए दस दिन के भीतर ग्राम पंचायत व वन की बैठक करने के निर्देश दिए.
अपणुं घौर के तहत पर्यटकों को ग्राम मक्कू में मिलेगी सुविधा
जिला प्रशासन का अभिनव पहल अपणुं घौर के तहत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूह की सात महिलाओं द्वारा होम स्टे का निर्माण किया जाएगा. एनआरएलएम की महिलाओं को लगभग 35 लाख रुपए की धनराशि दी जाएगी. यह योजना अभिनव पहल के तहत बाल विकास विभाग के अंतर्गत स्वीकृत की गई है.
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जिलाधिकारी वंदना ने कहा कि अपणुं घौर होम स्टे के तहत मक्कू पर्यटक स्थल में पर्यटकों को घर के जैसी आवासीय सुविधा महिलाओं द्वारा दी जाएगी. साथ ही यह घर पहाड़ी शैली से निर्मित होंगे व पर्यटकों को पहाड़ी भोजन परोसा जाएगा. इससे एक और विश्व मानचित्र पर ग्राम मक्कू की पहचान बढ़ेगी व महिलाओं की आर्थिकी सशक्त होगी.