रुद्रप्रयागः जिलाधिकारी मनुज गोयल ने गौरीकुंड पैदल यात्रा मार्ग से केदारनाथ धाम तक किये जाने वाले कार्यों एवं भविष्य में नवीन कार्यों के प्रस्ताव के लिए कक्ष में कंसल्टेंट के साथ वार्ता की. जिलाधिकारी ने कहा कि निर्माण कार्यों को पूर्ण परीक्षण के उपरांत आवश्यतानुसार किया जाएगा. बताया कि लिनचोली में स्मृति वन व केदारनाथ में नेपाल भवन को संग्रहालय के रूप में भी विकसित किया जाना प्रस्तावित है. डीएम ने केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा भी की गई. बैठक में जिलाधिकारी ने पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान कार्यदायी संस्थाओं को कार्य मे तेजी लाने के साथ ही निर्धारित समय सीमा के भीतर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए.
बैठक में अधिशासी अभियंता डीडीएमए प्रवीण कर्णवाल ने बताया कि केदारनाथ धाम के संगम घाट में पुनर्निर्माण का कार्य किया जाना है. जिसके अंतर्गत सेंट्रल प्लाजा से मंदाकिनी व सरस्वती नदी के संगम पर यात्रियों के आवागमन हेतु संगम घाट का निर्माण किया जाएगा. इसके साथ ही केदारनाथ धाम में बिजली, पानी, सीवर लाइन को भूमिगत भी किया जाएगा. जिससे धाम में स्वच्छता बनी रहेगी व सभी पाइपों के बंद होने से प्रदूषण से भी बचाव हो सकेगा.
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यात्रियों के दर्शनार्थ मंदाकिनी आस्था पथ पर कतार प्रबन्धन हेतु रेन शेल्टर निर्मित किया जाना है, जिससे यात्री धूप, बारिश से बच सके. इसके साथ ही कतार में ही दर्शन करने वाले यात्रियों के लिए पानी और शौचालय की सुविधा रहेगी. यात्रियों को धूप, धूल व वर्षा से बचाव हेतु सोनप्रयाग में भी 50x6 मीटर के रेन शेल्टर का निर्माण किया जाना है. गौरीकुंड में सुरक्षित यात्रा हेतु गेटवे का निर्माण किया जाएगा, जिसमें पब्लिक एड्रेस सिस्टम, कैमरा, पुलिस चेक पोस्ट व अधिकारियों की तैनाती रहेगी, जिससे सुचारु यात्रा का संचालन हो सकें.