रुद्रप्रयाग: जिलाधिकारी ने बुधवार को एक के बाद एक चार स्कूलों का औचक निरीक्षण किया. जहां राजकीय प्राथमिक विद्यालय भुनका पल्ला में प्रधानाध्यापक को बिना अनुमति के अवकाश पर चले जाने के सम्बन्ध में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने मिड-डे मिल में चावल की गुणवत्ता ठीक न होने पर संबंधित राशन डीलर का लाइसेंस रद्द के लिए पूर्ति अधिकारी को निर्देशित किया.
बता दें कि बुधवार को जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने विकासखंड अगस्त्यमुनि के अन्तर्गत राजकीय प्राथमिक विद्यालय भुनका वल्ला, राजकीय प्राथमिक विद्यालय भुनका पल्ला, राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय भुनका पल्ला और राजकीय प्राथमिक विद्यालय पोखरी (धनपुर) का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान निरीक्षण में राजकीय प्राथमिक विद्यालय भुनका पल्ला में जिलाधिकारी ने पाया कि यहां एक अध्यापक ही 16 छात्र-छात्राओं को पढ़ा रहा है. साथ ही बिना किसी पूर्वसूचना के विद्यालय प्रधानाध्यापक भी छुट्टी पर हैं. ऐसे में उन्होंने प्रधानाध्यपक को इस मामले में स्पष्टीकरण देने को कहा है.
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वहीं, जिलाधिकारी ने लगभग तीन किलोमीटर पैदल चलकर राजकीय प्राथमिक विद्यालय भुनका वल्ला में प्रधानाध्यापक कक्ष में जाकर उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया और छात्र-छात्राओं की हाजिरी रजिस्टर की भी जांच की. इस अवसर जिलाधिकारी ने कक्षा एक से पांच तक के बच्चों को भी पढ़ाया और प्रधानाध्यापक को बच्चों पर और अधिक मेहनत करने को कहा.
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राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय पल्ला के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि यहां पांच अध्यापक कार्यरत हैं, जिसमें दो अध्यापक ही मौके पर उपस्थित पाये गये. ऐसे में अध्यापकों की अनुपस्थिति पर सहायक अध्यापक नरेन्द्र चन्द्र गोस्वामी ने बताया कि प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक अवकाश पर हैं तथा एक सहायक अध्यापक को मार्च 2019 से पौड़ी सम्बद्ध किया गया है. वहीं, विद्यालय का परिचारक जुलाई 2018 से अनुपस्थित चल रहा है.
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इसके बाद जिलाधिकारी द्वारा राजकीय प्राथमिक विद्यालय पोखरी (धनपुर) का निरीक्षण किया. जहां उन्होंने पाया कि यहां दो अध्यापक कार्यरत हैं और एक अध्यापक अवकाश पर पाये गये. साथ ही स्कूल में महज 14 बच्चे ही अध्ययनरत हैं.