केदारनाथ: विश्व विख्यात केदारनाथ धाम की यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिये अच्छी खबर है. बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने गर्भगृह में प्रवेश पर प्रतिबंध हटा दिया है. अब केदारनाथ पहुंचने वाले भक्त बाबा केदार के गर्भगृह के दर्शन करने के साथ ही बाबा केदार के स्वयंभू शिवलिंग का जलाभिषेक भी कर सकेंगे. केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के दिन तीर्थयात्रियों की भीड़ उमड़ने से गर्भगृह में प्रवेश पर रोक लगा दी थी. अब मानसून सीजन शुरू होने के बाद तीर्थ यात्रियों की संख्या में कमी आने के बाद बदरी-केदार मंदिर समिति ने केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह के दर्शन तीर्थयात्रियों को कराने का फैसला लिया है.
बता दें अभी तक केदारनाथ आने वाले भक्त बाबा केदार के दर्शन मंदिर से कुछ दूरी पर स्थित सभा मंडप से ही कर रहे थे. केदारनाथ धाम के कपाट छह मई को खुले थे. पहले दिन ही 20 हजार से अधिक तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंचे थे. दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को भारी अव्यवस्थाओं को सामना करना पड़ा. भीड़ को नियंत्रित करने और दर्शन में लगने वाले समय को देखते हुए बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया था. भक्तों को दूर से ही बाबा केदार के निर्वाण एवं श्रृंगार दर्शन मंदिर समिति की ओर से कराये जा रहे थे.
मानसून सीजन शुरू होते ही तीर्थ यात्रियों की संख्या में कमी आई है, जिसके बाद बदरी-केदार मंदिर समिति ने भक्तों को बाबा केदार के दर्शन गर्भगृह से कराने का फैसला लिया है. मंदिर समिति के इस फैसले के बाद बाबा केदार के भक्त जहां बाबा केदार के स्वयंभू शिवलिंग को छू सकते हैं, वहीं अब आसानी से बाबा का जलाभिषेक भी कर सकेंगे.
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बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय ने बताया कि, कपाट खुलने के बाद यात्रियों की भीड़ इतनी अधिक थी कि सभी श्रद्धालुओं को मंदिर के गर्भ गृह के दर्शन नहीं कराए जा सकते थे. भक्तों को सभा मंडप से ही बाबा के दर्शन कराये जा रहे थे. अब भीड़ कम होने के साथ भक्तों को गर्भगृह के दर्शन भी हो सकेंगे. उन्होंने कहा अगर दोबारा से भीड़ बढ़ती है तो फिर सभा मंडप से ही दर्शन कराये जाएंगे. इसके अलावा श्रद्धालुओं की संख्या में कमी को देखते हुए मंदिर में दर्शनों के समय में भी परिवर्तन किया गया है. शुक्रवार से केदारनाथ मंदिर में सुबह चार बजे के स्थान पर पांच बजे से धर्म दर्शन शुरू हो रहे हैं. अपराह्न तीन बजे से 4:45 बजे तक भोग-पूजा व सफाई के लिए कपाट बंद किए जा रहे हैं. शाम को श्रृंगार पूजा के बाद रात्रि नौ बजे दोबारा कपाट बंद किए जाएंगे.
इसी तरह बदरीनाथ धाम में मंदिर में भगवान बदरी विशाल की अभिषेक पूजा सुबह पांच बजे से संपन्न हो रही है. इस दौरान भी तीर्थयात्री धर्म दर्शन कर रहे हैै. शाम को विभिन्न पूजाओं के बाद रात्रि नौ बजे तक कपाट बंद हो रहे हैं. बीकेटीसी अध्यक्ष ने बताया कि मंदिर समिति तीर्थयात्रियों को मंदिरों में सरल-सुगम दर्शन के लिए प्रतिबद्ध है. मंदिर समिति के अनुसार कपाट खुलने से अबतक केदारनाथ व बदरीनाथ धाम में 17.32 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. इसमें बदरीनाथ धाम में 901081 और केदारनाथ धाम 831600 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं.