रुद्रप्रयाग: सोमवती अमावस्या के साथ-साथ आज पहाड़ के लोगों के लिए सावन का पहला सोमवार भी है. इस मौके पर केदारनाथ सहित अन्य शिवालयों में श्रद्धालु दर्शन-पूजन और जलाभिषेक को पहुंच रहे हैं. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से जल भरकर बड़ी संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ पहुंचे हैं और बाबा केदार का जलाभिषेक कर रहे हैं.
हिंदू धर्म में सावन के महीने का खास महत्व है और श्रावण मास को मनोकामनाएं पूरा करने का महीना भी कहा जाता है. केदारनाथ धाम में भक्त भोलेनाथ को हिमालयी ब्रम्हकमल और भृंगराज अर्पित कर दर्शन-पूजन कर रहे हैं. सुबह चार बजे से ही श्रद्धालुओं की भीड़ केदारनाथ मंदिर पहुंचने लगी और सोशल-डिस्टेंसिंग के साथ दर्शन-पूजन किया.
वहीं, सावन के तीसरे सोमवार के मौके पर जिले के विभिन्न शिवालयों में भक्तों का तांता लगा रहा. भक्तों ने बाबा भोलेनाथ का रुद्राभिषेक करते हुए पूजा-अर्चना की. इस दौरान शहर के छोटा केदार के नाम से विख्यात बाबा विश्वनाथ, रुच्छ महोदव, नलेश्वर, ओंकारेश्वर मंदिर में भक्तों का भारी भीड़ उमड़ी.
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देवभूमि उत्तराखंड के हर शिखर पर कोई न कोई मंदिर स्थापित है. इसके साथ ही नदी का संगम स्थल भी देश-दुनिया के श्रद्धालुओं के लिए धार्मिक मान्यताओं का प्रमुख केंद्र है. इसलिए सावन के मौके पर नीलेश्वर महादेव में भगवान शिव का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने का विशेष महत्व होता है.
वहीं, श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था पर बोलते हुए पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने कहा कि अभी तक 5 हजार से अधिक श्रद्धालु केदारनाथ धाम आ चुके हैं. सावन के सोमवार के मौके पर 800 से अधिक श्रद्धालु केदारनाथ धाम दर्शन करने पहुंचे. यात्रियों की सुविधाओं के लिए हर पड़ाव पर पुलिस बल तैनात किया गया है. इसके अलावा अलकनंदा और मंदाकिनी नदी किनारे शिवालयों में भी पुलिस जवान तैनात किये गए हैं.