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आसान नहीं चारधाम यात्रा की डगर, डेंजर जोन बढ़ाएंगे श्रद्धालुओं की परेशानी

चारधाम यात्रा में बदरीनाथ और केदारनाथ हाईवे पर पड़ने वाले डेंजर जोन यात्रियों की परेशानियां बढ़ाने वाले हैं. बदरीनाथ हाईवे के दस किमी के सफर पर ही एक दर्जन से अधिक डेंजर जोन हैं. यही हाल केदारनाथ हाईवे के भी हैं. इसके अलावा ऑलवेदर रोड निर्माण कार्य में अधिकारियों की लापरवाही के कारण भी यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

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आसान नहीं चारधाम यात्रा की डगर
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Published : Apr 11, 2022, 4:20 PM IST

रुद्रप्रयाग: तीन मई से चारधाम यात्रा का आगाज होने जा रहा है. लेकिन जिस यात्रा रूट से देश-विदेश के भक्त सफर करेंगे, उसकी हालत मौजूदा समय में चिंताजनक बनी हुई है. ऐसे में सुगम और सुरक्षित यात्रा के सरकारी दावों की पोल खुलती नजर आ रही है. जनपद के अंतर्गत ऑलवेदर सड़क की हालत यह है कि दस किमी के सफर में आधा दर्जन से अधिक भयानक डेंजर जोन हैं. इसके लिए ऑलवेदर रोड का कार्य कर रही निर्माणदायी संस्थाओं की लचर कार्यप्रणाली जिम्मेदार है.

रुद्रप्रयाग की सीमा में दाखिल होते ही सबसे पहले चारधाम यात्रा मार्ग यानी बदरीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ डेंजर जोन का सामना करना पड़ता है. दशकों से मुसीबत का सबब बना यह डेंजर जोन हालांकि एक-दो वर्षों से शांत है, लेकिन कब बारिश में यह कहर बरपा दे, कुछ कहा नहीं जा सकता है. इसके बाद खांकरा गांव से लगभग डेढ़ किमी पीछे और दो किमी आगे तीन से चार डेंजर जोन हैं, जो सक्रिय हालत में हैं. ये बारिश होते ही यह आवाजाही में मुसीबत पैदा कर देते हैं. इससे आगे चलकर नरकोटा और जिला मुख्यालय के बीच भी आधा दर्जन के करीब डेंजर जोन हैं, जो गत वर्ष प्रशासन और पुलिस के लिये मुसीबत पैदा कर चुके हैं. जिसके चलते यात्रियों को मयाली से घनसाली होकर आवाजाही करनी पड़ी.

पढ़ें- करण माहरा बने उत्तराखंड कांग्रेस के नए अध्यक्ष, यशपाल आर्य को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी

वहीं, इस बार ऑलवेदर रोड का कार्य कर रही निर्माणदायी कम्पनी आरसीसी की घटिया और लचर कार्यप्रणाली के चलते यात्रा रूट के हालात और भी बिगड़ चुके हैं. चट्टानों को तोड़ने के बाद उनका ट्रीटमेंट न किए जाने से वह दरकने की कगार पर हैं. यही, हालत लगभग पूरे बदरीनाथ और केदारनाथ यात्रा मार्ग पर बने हैं. ऑलवेदर रोड के निर्माण से भले ही सड़क विस्तारीकरण का लाभ मिलेगा, लेकिन निर्माणदायी कम्पनियों की लापरवाही के कारण यात्राकाल में बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है.

पढ़ें- प्रीतम की अनदेखी पर कांग्रेस में बवाल, करोड़ों में पद बांटने का आरोप लगाकर पुनेठा ने दिया इस्तीफा

मामले में केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि इस बार बड़ी संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा में आएंगे. उन्होंने कहा यात्रा रूटों की स्थिति को लेकर वे चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि इन्हें ठीक करने के लिए कडे़ निर्देश दिए जा रहे हैं. यात्राकाल में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने निर्माणदायी संस्था को निर्देशित करते हुए कहा कि यात्रा रूट को यात्रा से पहले दुरुस्त और सुरक्षित किया जाये. वरना संबंधित के लिए खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.

रुद्रप्रयाग: तीन मई से चारधाम यात्रा का आगाज होने जा रहा है. लेकिन जिस यात्रा रूट से देश-विदेश के भक्त सफर करेंगे, उसकी हालत मौजूदा समय में चिंताजनक बनी हुई है. ऐसे में सुगम और सुरक्षित यात्रा के सरकारी दावों की पोल खुलती नजर आ रही है. जनपद के अंतर्गत ऑलवेदर सड़क की हालत यह है कि दस किमी के सफर में आधा दर्जन से अधिक भयानक डेंजर जोन हैं. इसके लिए ऑलवेदर रोड का कार्य कर रही निर्माणदायी संस्थाओं की लचर कार्यप्रणाली जिम्मेदार है.

रुद्रप्रयाग की सीमा में दाखिल होते ही सबसे पहले चारधाम यात्रा मार्ग यानी बदरीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ डेंजर जोन का सामना करना पड़ता है. दशकों से मुसीबत का सबब बना यह डेंजर जोन हालांकि एक-दो वर्षों से शांत है, लेकिन कब बारिश में यह कहर बरपा दे, कुछ कहा नहीं जा सकता है. इसके बाद खांकरा गांव से लगभग डेढ़ किमी पीछे और दो किमी आगे तीन से चार डेंजर जोन हैं, जो सक्रिय हालत में हैं. ये बारिश होते ही यह आवाजाही में मुसीबत पैदा कर देते हैं. इससे आगे चलकर नरकोटा और जिला मुख्यालय के बीच भी आधा दर्जन के करीब डेंजर जोन हैं, जो गत वर्ष प्रशासन और पुलिस के लिये मुसीबत पैदा कर चुके हैं. जिसके चलते यात्रियों को मयाली से घनसाली होकर आवाजाही करनी पड़ी.

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वहीं, इस बार ऑलवेदर रोड का कार्य कर रही निर्माणदायी कम्पनी आरसीसी की घटिया और लचर कार्यप्रणाली के चलते यात्रा रूट के हालात और भी बिगड़ चुके हैं. चट्टानों को तोड़ने के बाद उनका ट्रीटमेंट न किए जाने से वह दरकने की कगार पर हैं. यही, हालत लगभग पूरे बदरीनाथ और केदारनाथ यात्रा मार्ग पर बने हैं. ऑलवेदर रोड के निर्माण से भले ही सड़क विस्तारीकरण का लाभ मिलेगा, लेकिन निर्माणदायी कम्पनियों की लापरवाही के कारण यात्राकाल में बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है.

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मामले में केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि इस बार बड़ी संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा में आएंगे. उन्होंने कहा यात्रा रूटों की स्थिति को लेकर वे चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि इन्हें ठीक करने के लिए कडे़ निर्देश दिए जा रहे हैं. यात्राकाल में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने निर्माणदायी संस्था को निर्देशित करते हुए कहा कि यात्रा रूट को यात्रा से पहले दुरुस्त और सुरक्षित किया जाये. वरना संबंधित के लिए खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.

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