रुद्रप्रयाग/श्रीनगर/लक्सर/खटीमा/हरिद्वारः स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की आज जयंती है. पूरे देशभर में उन्हें याद कर श्रद्धांजलि दी जा रही है. उनकी जयंती को बाल दिवस के रूप में मनाई जाती है. इसी कड़ी में उत्तराखंड में भी जगह-जगह पंडित नेहरू को श्रद्धांजलि दी गई. रुद्रप्रयाग में कांग्रेसियों ने बच्चों को मिष्ठान बांटा और निराश्रित महिलाओं को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया.
रुद्रप्रयाग जिले के न्याय पंचायत कंडाली में बाल दिवस समारोह आयोजित किया गया. जहां ब्लाॅक प्रमुख जखोली प्रदीप थपलियाल ने पहुंकर बच्चों को पंडित नेहरु के जीवनी को सुनाया. साथ ही पेंसिंल आदि स्टेशनरी भेंटकर पुरस्कृत किया. जबकि, गोष्ठी में वक्ताओं ने पंडित जवाहर लाल नेहरू को याद किया.
ये भी पढ़ेंः जवाहरलाल नेहरू की 132वीं जयंती: पीएम मोदी, सोनिया ने दी श्रद्धांजलि
कांग्रेसियों ने कहा कि बच्चों के प्यारे जवाहर लाल नेहरू ने देश की मजबूती, विकास और निर्माण की आधारशिला रखकर आधुनिक भारत का निर्माण किया. उनके कारण ही देश की पहचान विश्व में मजबूत व विकसित देश के रूप में है. वे धर्मनिरपेक्ष व राष्ट्रवादी नेता थे.
वहीं, अगस्त्यमुनि में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बच्चों को मिठाई बांटी और सात निराश्रित महिलाओं को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया. बच्चों ने भी कविता पाठ और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी. कार्यक्रम में हरीश गुसाईं और दीपा आर्य ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री नेहरू के योगदान को याद किया.
पौड़ी में प्रतियोगिता का आयोजनः बाल दिवस के मौके पर राजकीय कन्या इंटर कॉलेज पौड़ी में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई. उच्च प्राथमिक स्तर पर पोस्टर प्रतियोगिता में राजकीय कन्या इंटर कॉलेज पौड़ी नगर की आरुषि रावत ने प्रथम स्थान हासिल किया.
सुलेख प्रतियोगिता में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज श्रीनगर की आयुषी जोशी ने प्रथम स्थान हासिल किया. आलेख प्रतियोगिता में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज पौड़ी नगर की आरुषि रावत ने प्रथम रहीं. माध्यमिक कक्षा की पोस्टर प्रतियोगिता में राजकीय इंटर कॉलेज पौड़ी के कुणाल धीमान प्रथम रहे.
ये भी पढ़ेंः चाचा नेहरू को थी मसूरी से बेइंतहा मुहब्बत, यहां की वादियों में बसता था दिल
वहीं, श्रुतलेख प्रतियोगिता में राजकीय इंटर कॉलेज सतपुली के सोनिका नैथानी ने प्रथम स्थान और आलेख प्रतियोगिता में राजकीय कन्या इंटर कॉलेज पौड़ी नगर की कुमकुम नौटियाल ने प्रथम स्थान हासिल किया.
शिक्षक केसर सिंह असवाल ने बताया कि प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को 16 नवंबर को राज्य स्तर पर विद्यालय शिक्षा निदेशालय देहरादून में प्रतिभाग करने का मौका मिलेगा. मनोहर चमोली, नेहा घिल्डियाल को जनपद स्तर पर चयनित छात्र-छात्राओं के साथ टीम प्रभारी के रूप में नियुक्त किया गया है.
लक्सर में बुजुर्गों को किया गया सम्मानितः लक्सर क्षेत्र के मुंडाखेड़ा कला गांव में पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई. इस दौरान पूर्व विधायक रामजस ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू ने प्रथम प्रधानमंत्री बनकर देश को शीर्ष पर पहुंचाया है, लेकिन बीजेपी की सरकार धरोहरों को बेचने का काम कर रही है. वहीं, धामी सरकार पर भी जमकर बरसे. कार्यक्रम में बुजुर्गों को सम्मानित किया गया.
ये भी पढ़ेंः जॉन बुकानन शो में रुद्रप्रयाग के अक्षज के वीडियो पर माइक हसी की टिप्पणी, बताया जूनियर बुमराह
खटीमा में बाल दिवसः खटीमा में अलकेमिस्ट स्कूल में बाल दिवस मनाया गया. इस दौरान बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी. स्कूल की प्रबंधक दिव्या रावत ने बताया कि कोविड गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए बाल दिवस मनाया जा रहा है. जहां बीते सालों में स्टॉल और बच्चों के लिए मनोरंजन के कई सामग्रियों को लगवाया जाता था. वहीं, इस बार कोरोना के चलते सावधानियां बरती जा रही है और सीमित संख्या में बाल दिवस का आयोजन किया जा रहा है.
नशा मुक्ति हरिद्वार की प्रतिज्ञाः पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के जयंती पर हरिद्वार केमिस्ट एसोसिएशन की ओर से शहीद भगत सिंह घाट पर नशा मुक्ति हरिद्वार बनाने के लिए प्रतिज्ञा ली गई. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि ड्रग कंट्रोलर एसएस भंडारी और अनिता भारती ने शिरकत की. जिसमें केमिस्ट एसोसिएशन ने गंगा मां की प्रतिज्ञा ली कि कोई भी केमिस्ट मेडिकल स्टोर से किसी भी प्रकार की कोई नशे की प्रतिबंधित दवाओं को नहीं बेचेगा. उधर, कालाढूंगी में भी पंडित नेहरू की जयंती मनाई गई.
पंडित नेहरू की जयंतीः पंडित नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद (प्रयागराज) में हुआ था. पंडित नेहरू को बच्चों से अधिक लगाव था. बच्चे उन्हें चाचा नेहरू कहकर बुलाते थे. पंडित नेहरू की जयंती को बाल दिवस के रूप में भी मनाया जाता है.
साल 1964 में पंडित नेहरू के निधन के बाद उनकी जयंती के दिन ही बाल दिवस मनाया जाने लगा. पंडित नेहरू साल 1947 में देश की आजादी के बाद पहले प्रधानमंत्री बने थे. वे साल 1964 में अपनी मृत्यु तक पीएम पद पर काबिज रहे.