रुद्रप्रयाग: ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग बाबा केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे. ऐसे में यात्रा को लेकर संबंधित विभाग दिन रात तैयारियां और व्यवस्था जुटाने का कार्य कर रहे हैं. जिलाधिकारी मयूर दीक्षित भी लगातार यात्रा तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं. साथ ही धरातल पर जाकर व्यवस्था और कार्यों की जानकारी ले रहे हैं. वहीं, इस बार 9 हेली कंपनियां यात्रियों को केदारनाथ धाम पहुंचाने के लिए उड़ान भरेगी.
आज केदारनाथ में मौसम साफ होने की वजह से यात्रा तैयारियों में लगे अधिकारी और मजदूरों को थोड़ी राहत मिली है, लेकिन शाम होते ही मौसम एक बार फिर खराब हो गया. इसके बावजूद भी यात्रा तैयारियों में जुटे विभाग कार्य करते रहे. जिलाधिकारी के निर्देशों का पालन करते हुए सभी विभाग अपनी तैयारियां और व्यवस्थाओं को पूरा करने में लगे हैं.
डीडीएमए अवर अभियंता सुरेंद्र सिंह रावत ने बताया केदारनाथ मंदिर परिसर में बैरिकेडिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है. इसके साथ ही धाम में बर्फ हटाने का कार्य भी त्वरित गति से चल रहा है. उन्होंने कहा सुलभ इंटरनेशनल की ओर से बनाए गए शौचालयों में साफ सफाई व्यवस्था के साथ-साथ श्रमिकों द्वारा बर्फ हटाने का कार्य किया जा रहा है. इसके साथ ही पेयजल विभाग भी क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों को ठीक करने में लगा है.
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विद्युत विभाग के कर्मचारी क्षतिग्रस्त विद्युत पोल और ट्रांसफार्मर को ठीक करने में लगे हैं. जीएमवीएन द्वारा टेंट कॉलोनी से बर्फ हटाने के साथ ही टेंट लगाने का कार्य किया जा रहा है. सभी विभाग अपनी-अपनी तैयारियां और व्यवस्था को ठीक करने लगे हैं. ताकि केदारनाथ के दर्शन वाले तीर्थ यात्रियों को किसी प्रकार से कोई परेशानी और असुविधा न हो.
केदारनाथ धाम के लिए इस बार नौ हेली कंपनियों को उड़ान भरने की अनुमति मिली है. ये हेली सेवाएं केदारघाटी के गुप्तकाशी, फाटा और शेरसी से केदारनाथ धाम के लिए उड़ाने भरेंगी. इस बार 25 अप्रैल से केदारनाथ के लिए हेली सेवाएं शुरू होंगी. वहीं, इस बार सिर्फ ऑनलाइन टिकट बुकिंग का फैसला लिया गया है. केदारनाथ धाम जाने वाले तीर्थ यात्री सिर्फ IRCTC की वेबसाइट http://heliyatra.irctc.co.in वैबसाइट पर टिकट बुक करा सकते हैं. इस वेबसाइट के अलावा यात्रियों को अन्य किसी भी वेबसाइट से टिकट नहीं मिलेगी. वहीं, हेली टिकट के लिए भी यात्रियों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होना अनिवार्य है.
गुप्तकाशी से केदारनाथ आने-जाने का किराया 7740, फाटा से केदारनाथ का किराया 5500 और शेरसी से केदारनाथ का किराया 5498 रुपया निर्धारित किया गया है. पिछले यात्रा सीजन में कई यात्रियों ने फर्जी टिकट मिलने की शिकायत दर्ज कराई थी. जिसको देखते हुए इस बार 90 प्रतिशत टिकट केवल ऑनलाइन बुकिंग होंगी. बाकी दस प्रतिशत टिकट वीआईपी के लिए रखी गई हैं, जो जिलाधिकारी के जरिए जारी होंगे. पिछली बार केदारनाथ धाम में हुई हेली दुर्घटना के बाद इस बार हेली सेवाओं के संचालन के लिए कुछ नये नियम भी बनाये गए हैं.