रुद्रप्रयाग: बीते कई दिनों से विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में बर्फबारी नहीं हो रही है. बर्फबारी न होने के कारण केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य तेज गति से हो रहे हैं. अभी तक इस बार धाम की पहाड़ियों पर भी बर्फ नहीं गिरी है. बर्फबारी न होने से पुनर्निर्माण कार्य करने और वायु सेना के चिनूक हेलीकाप्टर से सामान पहुंचाने में मदद मिल रही है. (District Magistrate Mayur Dixit)
वैसे देखा जाय तो इन दिनों केदारनाथ धाम बर्फ से ढका रहता है. इन दिनों धाम में चारों ओर सिर्फ बर्फ ही बर्फ रहती है लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है. विगत अक्टूबर माह में कपाट बंद होने के समय धाम में जमकर बर्फबारी हुई थी. तब से धाम में रूक-रूक कर बर्फबारी जारी है. हालांकि, अगर मौसम खराब होने पर बर्फ गिर भी रही है, तो वह जम नहीं रही है. ऐसे में धाम में द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य तेज गति से चल रहे हैं.
धाम में दिनों केदारनाथ मास्टर प्लान के तहत द्वितीय चरण के कार्य चल रहे हैं. द्वितीय चरण के कार्यों में धाम में आस्था पथ, ईशानेश्वर महादेव मंदिर निर्माण, मंदाकिनी एवं सरस्वती नदी के तटों पर घाट निर्माण, चिकित्सालय निर्माण आदि प्रमुख हैं. धाम में संपंन होने वाले कार्यों के लिये वायु सेना के चिनूक हेलीकाप्टर से पुनर्निर्माण सामग्री पहुंचाई जा रही है.
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2023 का यात्रा सीजन खुलने से पहले कई कार्यों को पूरा होना है. ऐसे में इस बार मौसम भी मददगार साबित हो रहा है. रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि दिसंबर माह चल रहा है और मौसम अभी साथ दे रहा है. धाम में 300 से अधिक मजूदर कार्य कर रहे हैं. ऐसे में जल्दी से जल्दी कार्यों को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. भारी सामान को चिनूक हेलीकाप्टर से केदारनाथ पहुंचाया जा रहा है.