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11 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर सफाई कर्मी, चरमराई व्यवस्था

उत्तराखंड में सफाई कर्मी नियमितीकरण, ठेका प्रथा खत्म करने, पदोन्नति, उचित मानदेय, पुरानी पेंशन योजना को लागू करने समेत 11 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं. उनके अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से सफाई व्यवस्था चरमरा गई है.

cleaners protest
सफाई कर्मी
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Published : Jul 19, 2021, 4:37 PM IST

Updated : Jul 19, 2021, 4:51 PM IST

रुद्रप्रयाग/हल्द्वानीः देवभूमि उत्तराखंड सफाई संघ के बैनर तले सफाई कर्मियों ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. जिससे प्रदेश में सफाई व्यवस्था चरमराने लगी है. सफाई कर्मी नियमितीकरण, ठेका प्रथा खत्म करने, पदोन्नति, बीमा समेत कई मांगों को लेकर आंदोलन पर हैं. वहीं, सफाई कर्मियों ने मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया है. उधर, उत्तराखंड क्रांति दल ने सफाई कर्मियों की मांगों का समर्थन किया है.

रुद्रप्रयाग में सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान सफाई कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष मनीष गोदियाल ने कहा कि विभिन्न मांगों को लेकर सफाई कर्मी बीते 15 मार्च 2021 से आंदोलरत हैं. उनकी मांगों पर सरकार कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है. जबकि, दो बार की वार्ता भी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि अब हड़ताल तभी खत्म होगी, जब सरकार उनकी मांगें पूरी करेगी.

अनिश्चितकालीन हड़ताल पर सफाई कर्मी.

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वहीं, उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी ने सफाई कर्मियों की मांगों का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि सफाई कर्मी लंबे समय से जायज मांगों के लिए संघर्षरत हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों पर गौर नहीं कर रही. उन्होंने कहा कि उक्रांद सफाई कर्मियों के साथ खड़ा है. सरकार को कर्मियों की मांगों को लेकर जल्द सकारात्मक निर्णय लेना चाहिए.

सफाई कर्मियों का कहना है कि सभी सफाई कर्मचारियों को नियमित किया जाए. पर्यावरण मित्रों को कनिष्ठ सहायक, सफाई निरीक्षक और चालक के पद पर पदोन्नति दी जाए. साथ ही सफाई कर्मियों का स्वास्थ्य बीमा, कर्मियों को राज्य कर्मियों की भांति भत्ता और निकायों में आवास का मालिकाना हक दिया जाए. भूमिहीन वाल्मीकि समाज के लोगों के स्थायी निवास प्रमाण पत्र व जाति प्रमाण पत्र प्राथमिकता के साथ बनाए जाएं.

ये भी पढ़ेंः पुरानी ग्रेड-पे बहाल किए जाने की मांग लेकर कांग्रेस सेवा दल का प्रदर्शन

ऊखीमठः सफाई कर्मी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चित हड़ताल पर चले गए हैं. सफाई कर्मी ठेका प्रथा को हटाने, स्थाई नियुक्ति, पुरानी पेंशन योजना को लागू करने और मृतक आश्रित में नौकरी लगाने आदि 11 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. उन्होंने कहा कि कई दौर की वार्ता विफल हो चुकी है, इसलिए उन्हें अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करनी पड़ी है.

वहीं, सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण पहले ही दिन नगर क्षेत्र की सफाई व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गई है. हालांकि आज हड़ताल का पहला दिन है, लेकिन हड़ताल जल्द समाप्त नहीं हुई तो नगर में जगह-जगह कूड़े के ढेर नजर आने लगेंगे. बरसात होने के कारण इस ढेर में बदबू आने में भी देर नहीं लगेगी. जिससे नगर वासियों का सड़क पर चलना दूभर हो जाएगा.

ये भी पढ़ेंः नाराज चिन्हित राज्य आंदोलनकारियों ने सरकार का फूंका पुतला, किया प्रदर्शन

हल्द्वानीः अपनी मांगों को लेकर सफाई कर्मचारियों ने हल्द्वानी नगर निगम कार्यालय के बाहर टेंट लगाकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. देवभूमि उत्तराखंड सफाई संघ के प्रदेश अध्यक्ष राहत मसीह ने बताया कि अपने 11 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश के सफाई कर्मचारी बीते कई सालों से मांग करते आ रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है. सफाई कर्मचारियों ने कहा है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती तब तक उनका अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार और धरना जारी रहेगा.

रुद्रप्रयाग/हल्द्वानीः देवभूमि उत्तराखंड सफाई संघ के बैनर तले सफाई कर्मियों ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. जिससे प्रदेश में सफाई व्यवस्था चरमराने लगी है. सफाई कर्मी नियमितीकरण, ठेका प्रथा खत्म करने, पदोन्नति, बीमा समेत कई मांगों को लेकर आंदोलन पर हैं. वहीं, सफाई कर्मियों ने मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया है. उधर, उत्तराखंड क्रांति दल ने सफाई कर्मियों की मांगों का समर्थन किया है.

रुद्रप्रयाग में सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान सफाई कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष मनीष गोदियाल ने कहा कि विभिन्न मांगों को लेकर सफाई कर्मी बीते 15 मार्च 2021 से आंदोलरत हैं. उनकी मांगों पर सरकार कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है. जबकि, दो बार की वार्ता भी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि अब हड़ताल तभी खत्म होगी, जब सरकार उनकी मांगें पूरी करेगी.

अनिश्चितकालीन हड़ताल पर सफाई कर्मी.

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वहीं, उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी ने सफाई कर्मियों की मांगों का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि सफाई कर्मी लंबे समय से जायज मांगों के लिए संघर्षरत हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों पर गौर नहीं कर रही. उन्होंने कहा कि उक्रांद सफाई कर्मियों के साथ खड़ा है. सरकार को कर्मियों की मांगों को लेकर जल्द सकारात्मक निर्णय लेना चाहिए.

सफाई कर्मियों का कहना है कि सभी सफाई कर्मचारियों को नियमित किया जाए. पर्यावरण मित्रों को कनिष्ठ सहायक, सफाई निरीक्षक और चालक के पद पर पदोन्नति दी जाए. साथ ही सफाई कर्मियों का स्वास्थ्य बीमा, कर्मियों को राज्य कर्मियों की भांति भत्ता और निकायों में आवास का मालिकाना हक दिया जाए. भूमिहीन वाल्मीकि समाज के लोगों के स्थायी निवास प्रमाण पत्र व जाति प्रमाण पत्र प्राथमिकता के साथ बनाए जाएं.

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ऊखीमठः सफाई कर्मी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चित हड़ताल पर चले गए हैं. सफाई कर्मी ठेका प्रथा को हटाने, स्थाई नियुक्ति, पुरानी पेंशन योजना को लागू करने और मृतक आश्रित में नौकरी लगाने आदि 11 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. उन्होंने कहा कि कई दौर की वार्ता विफल हो चुकी है, इसलिए उन्हें अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करनी पड़ी है.

वहीं, सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण पहले ही दिन नगर क्षेत्र की सफाई व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गई है. हालांकि आज हड़ताल का पहला दिन है, लेकिन हड़ताल जल्द समाप्त नहीं हुई तो नगर में जगह-जगह कूड़े के ढेर नजर आने लगेंगे. बरसात होने के कारण इस ढेर में बदबू आने में भी देर नहीं लगेगी. जिससे नगर वासियों का सड़क पर चलना दूभर हो जाएगा.

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हल्द्वानीः अपनी मांगों को लेकर सफाई कर्मचारियों ने हल्द्वानी नगर निगम कार्यालय के बाहर टेंट लगाकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. देवभूमि उत्तराखंड सफाई संघ के प्रदेश अध्यक्ष राहत मसीह ने बताया कि अपने 11 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश के सफाई कर्मचारी बीते कई सालों से मांग करते आ रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है. सफाई कर्मचारियों ने कहा है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती तब तक उनका अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार और धरना जारी रहेगा.

Last Updated : Jul 19, 2021, 4:51 PM IST
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