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चारधाम यात्रा: खुल गए बाबा केदार के कपाट, पीएम मोदी के नाम से हुई पहली पूजा

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Published : Apr 29, 2020, 7:51 AM IST

Updated : Apr 29, 2020, 4:28 PM IST

लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के दौरान सोशल डिस्टेंस का पूरा ध्यान रखा गया था. धाम में मुख्य पुजारी समेत 16 लोगों को ही अनुमति दी गई थी.

केदारनाथ धाम
केदारनाथ धाम

रुद्रप्रयाग: बाबा केदारनाथ धाम के कपाट आज (बुधवार) पुजारी शिव शंकर लिंग की मौजूदगी में सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर विधि-विधान के साथ खोल दिए गए हैं. इस दौरान मंदिर के कपाट खोलने के कार्यक्रम से जुड़े कुल 16 लोग ही धाम में मौजूद थे. कोरोना वायरस के चलते श्रद्धालुओं को इस बार धाम जाने की अनुमति नहीं मिली.

पीएम मोदी के नाम से हुई पहली पूजा.

तड़के तीन बजे से ही कपाट खुलने की प्रकिया शुरू हो गई थी. पुजारी शिवशंकर लिंग एवं वेदपाठी मंदिर के दक्षिण द्वार पूजन के बाद मुख्य मंदिर परिसर में प्रविष्ठ हुए. मुख्य द्वार पर कपाट खोलने की प्रक्रिया पूरी हुई. इसके बाद भैरवनाथ जी का आह्वान किया गया. ठीक सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर भगवान केदारनाथ के कपाट खोल दिये गए. बता दें कि इस बार केदारनाथ धाम के रावल (मुख्य पुजारी) भीमाशंकर लिंग ऊखीमठ में 14 दिनों के लिए क्वांरडाइन है. जिस कारण उनके प्रतिनिधि के तौर पर पुजारी शिवशंकर लिंग ने कपाट खुलने की संपूर्ण प्रक्रियाओं का निर्वहन किया. केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड के चार में से तीन धामों के कपाट खुल गये है.

खुल गए बाबा केदार के कपाट
खुल गए बाबा केदार के कपाट

पढ़ें- जब भूमि में समा गए थे बाबा भोलेनाथ, 400 साल तक बर्फ में दबा रहा मंदिर

कपाट खुलने के अवसर पर उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के अधिकारी बीडी सिंह, तहसीलदार जयबीर राम बधाणी और पुलिस चौकी प्रभारी मंजुल रावत मुख्य द्वार पर मौजूद थे. पुजारी शिवशंकर लिंग ने भगवान केदारनाथ जी का जलाभिषेक किया.

कपाट खुलने के बाद सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की ओर से रूद्राभिषेक पूजा संपन्न की गयी. बता दें कि कोरोना से बचाव के मद्देनजर इस बार श्रद्धालुओ को यात्रा की अनुमति नहीं मिली है. अभी केवल कपाट खोले जा रहे हैं, ताकि धामों में पूजा अर्चना शुरू सके.

पढ़ें- शुभ मुहूर्त में खुले बाबा केदार के द्वार

कपाट खुलने के उपलक्ष्य में ऋषिकेश के दानीदाता सतीश कालड़ा ने केदारनाथ मंदिर को दस क्विंटल गैंदा, गुलाब और अन्य फूल दान किए है. जिनसे मंदिर को सजाया गया था.

kedarnath
कपाट खुलने की तस्वीर

बता दें कि कपाट खुलने के अवसर पर बाबा केदार के दरबार में हजारों भक्तों का हुजूम उमड़ता था, लेकिन इस बार कोरोना वायरस के चलते बाबा केदार के भक्त बाबा के दर्शन करने से वंचित रह गये. कोरोना वायरस के कारण फिलहाल किसी को भी केदारनाथ धाम में जाने की अनुमति नहीं है. कपाट खोलने के अवसर पर भी सोशल डिस्टेंसी का पालन किया गया. पिछले साल दस लाख से ज्यादा भक्तों ने बाबा केदार के दर्शन किए थे. पिछले साल कपाट खुलने के पहले ही दिन ही 25 हजार लोग बाबा के धाम पहुंचे थे. लेकिन कोराना वायरस के चलते इस बार ऐसा नहीं हो पाया.

kedarnath
खुल गए बाबा केदार के कपाट

पढ़ें- इसलिए केदारनाथ को कहा जाता है जागृत महादेव

कोरोना वायरस के चलते सोशल डिस्टेंस का पूरा ध्यान रखा गया. कपाट खुलने के दौरान मुख्य पुजारी समेत मंदिर समिति से जुड़े कुल 16 लोगों को ही धाम में रहने की अनुमति थी. इसके अलावा प्रशासन-पुलिस सहित आवश्यक सेवाओं से जुड़े चुनिंदा लोग कपाट खुलने के साक्षी साक्षी बने. चार धामों में अभी सरकारी एडवाइजरी के तहत यात्रा पर रोक है. अभी केवल कपाट खोले गये हैं ताकि (रावल मुख्य पुजारी) अपने स्तर पर नित्य पूजायें संपन्न करा सकें.

रुद्रप्रयाग: बाबा केदारनाथ धाम के कपाट आज (बुधवार) पुजारी शिव शंकर लिंग की मौजूदगी में सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर विधि-विधान के साथ खोल दिए गए हैं. इस दौरान मंदिर के कपाट खोलने के कार्यक्रम से जुड़े कुल 16 लोग ही धाम में मौजूद थे. कोरोना वायरस के चलते श्रद्धालुओं को इस बार धाम जाने की अनुमति नहीं मिली.

पीएम मोदी के नाम से हुई पहली पूजा.

तड़के तीन बजे से ही कपाट खुलने की प्रकिया शुरू हो गई थी. पुजारी शिवशंकर लिंग एवं वेदपाठी मंदिर के दक्षिण द्वार पूजन के बाद मुख्य मंदिर परिसर में प्रविष्ठ हुए. मुख्य द्वार पर कपाट खोलने की प्रक्रिया पूरी हुई. इसके बाद भैरवनाथ जी का आह्वान किया गया. ठीक सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर भगवान केदारनाथ के कपाट खोल दिये गए. बता दें कि इस बार केदारनाथ धाम के रावल (मुख्य पुजारी) भीमाशंकर लिंग ऊखीमठ में 14 दिनों के लिए क्वांरडाइन है. जिस कारण उनके प्रतिनिधि के तौर पर पुजारी शिवशंकर लिंग ने कपाट खुलने की संपूर्ण प्रक्रियाओं का निर्वहन किया. केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड के चार में से तीन धामों के कपाट खुल गये है.

खुल गए बाबा केदार के कपाट
खुल गए बाबा केदार के कपाट

पढ़ें- जब भूमि में समा गए थे बाबा भोलेनाथ, 400 साल तक बर्फ में दबा रहा मंदिर

कपाट खुलने के अवसर पर उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के अधिकारी बीडी सिंह, तहसीलदार जयबीर राम बधाणी और पुलिस चौकी प्रभारी मंजुल रावत मुख्य द्वार पर मौजूद थे. पुजारी शिवशंकर लिंग ने भगवान केदारनाथ जी का जलाभिषेक किया.

कपाट खुलने के बाद सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की ओर से रूद्राभिषेक पूजा संपन्न की गयी. बता दें कि कोरोना से बचाव के मद्देनजर इस बार श्रद्धालुओ को यात्रा की अनुमति नहीं मिली है. अभी केवल कपाट खोले जा रहे हैं, ताकि धामों में पूजा अर्चना शुरू सके.

पढ़ें- शुभ मुहूर्त में खुले बाबा केदार के द्वार

कपाट खुलने के उपलक्ष्य में ऋषिकेश के दानीदाता सतीश कालड़ा ने केदारनाथ मंदिर को दस क्विंटल गैंदा, गुलाब और अन्य फूल दान किए है. जिनसे मंदिर को सजाया गया था.

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कपाट खुलने की तस्वीर

बता दें कि कपाट खुलने के अवसर पर बाबा केदार के दरबार में हजारों भक्तों का हुजूम उमड़ता था, लेकिन इस बार कोरोना वायरस के चलते बाबा केदार के भक्त बाबा के दर्शन करने से वंचित रह गये. कोरोना वायरस के कारण फिलहाल किसी को भी केदारनाथ धाम में जाने की अनुमति नहीं है. कपाट खोलने के अवसर पर भी सोशल डिस्टेंसी का पालन किया गया. पिछले साल दस लाख से ज्यादा भक्तों ने बाबा केदार के दर्शन किए थे. पिछले साल कपाट खुलने के पहले ही दिन ही 25 हजार लोग बाबा के धाम पहुंचे थे. लेकिन कोराना वायरस के चलते इस बार ऐसा नहीं हो पाया.

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खुल गए बाबा केदार के कपाट

पढ़ें- इसलिए केदारनाथ को कहा जाता है जागृत महादेव

कोरोना वायरस के चलते सोशल डिस्टेंस का पूरा ध्यान रखा गया. कपाट खुलने के दौरान मुख्य पुजारी समेत मंदिर समिति से जुड़े कुल 16 लोगों को ही धाम में रहने की अनुमति थी. इसके अलावा प्रशासन-पुलिस सहित आवश्यक सेवाओं से जुड़े चुनिंदा लोग कपाट खुलने के साक्षी साक्षी बने. चार धामों में अभी सरकारी एडवाइजरी के तहत यात्रा पर रोक है. अभी केवल कपाट खोले गये हैं ताकि (रावल मुख्य पुजारी) अपने स्तर पर नित्य पूजायें संपन्न करा सकें.

Last Updated : Apr 29, 2020, 4:28 PM IST
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