चमोली: जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हुई है. बर्फबारी से निचले इलाकों में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है. बदरीनाथ, हेमकुंड, औली, नीति घाटी, गोपेश्वर, मंडल और चोपता आदि क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हुई है. इसी बीच सैलानी बर्फबारी को देखकर झूमते नजर आए. वहीं, गोपेश्वर मंडल चोपता मार्ग 40 किलोमीटर से 48 किलोमीटर तक बर्फबारी के कारण अवरुद्ध हो गया है. वहीं प्रदेश के अन्य पहाड़ी जिलों में भी बर्फबारी का दौर जारी है.
बदरीनाथ, हेमकुंड, औली में भारी बर्फबारी: चमोली जनपद के अलग-अलग क्षेत्र में देर रात से ही मौसम बदलने के साथ-साथ बारिश का सिलसिला जारी है. बारिश के बाद बर्फबारी का नजारा चमोली जनपद के अलग-अलग क्षेत्र में देखने को मिल रहा है. इसी बीच सैलानी बड़ी संख्या में औली पहुंच रहे हैं और बर्फबारी का लुत्फ उठा रहे हैं.
बड़ी संख्या में चोपता पहुंचे रहे हैं सैलानी: गोपेश्वर मंडल चोपता मोटरमार्ग बर्फबारी होने से बंद है, लेकिन बड़ी संख्या में सैलानी चोपता पहुंच रहे हैं और बर्फबारी का मजा ले रहे हैं. हालांकि मार्ग को बहाल करने का काम किया जा रहा है. चोपता में दिसंबर और जनवरी माह में सैलानी बर्फबारी का लुत्फ उठाने पहुंचते हैं और अप्रैल से जून के महीने में पर्यटक यहां की हसीन वादियों को देखने के लिए आते हैं.
बर्फबारी से व्यापारी और काश्तकार खुश: बर्फबारी होने के बाद निचले इलाकों में शीतलहर का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. स्थानीय लोगों को अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है. बर्फबारी होने से स्थानीय काश्तकारों और पर्यटन व्यापारियों के चेहरे खिल उठे हैं. बारिश और बर्फबारी होने से फसलों को भी लाभ मिलेगा. लेकिन विगत सालों के अनुसार दिसंबर या जनवरी महीने में बारिश और बर्फबारी बहुत कम हुई है. जिससे तापमान में उतनी गिरावट महसूस नहीं हो पा रही है.
ये भी पढ़ें-