रुद्रप्रयाग: अगस्त्यमुनि ब्लॉक मुख्यालय से सटे बाजार विजय नगर व पुराने देवल में बीती रात अज्ञात व्यक्तियों ने आठ वाहनों में तोड़फोड़ की. जिसमें दो मैक्स वाहन और आठ छोटी कारें शामिल हैं, जबकि एक दुकान का ताला तोड़कर नगदी और सामान पर भी हाथ साफ किया गया है. बताया जा रहा है कि पिछले सप्ताह भी विजयनगर में चार दुकानों के ताले तोड़े गये थे. जिसमें चोर सामान के साथ नगदी को उड़ा ले गये थे, जिसके बाद अगस्त्यमुनि थाने में इस घटना की शिकायत भी की गई थी, मगर पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने से लोगों में खासा आक्रोश है.
व्यापारियों का आरोप है कि शहर की सुरक्षा को लेकर पुलिस गम्भीर नहीं है. अगस्त्यमुनि-विजयनगर और आस-पास के कस्बों में अज्ञात बदमाशों पर नजर रखने वाली 'तीसरी आंख' में भी लापरवाही का मोतियाबिंद पड़ा हुआ है.
आलम यह है कि शहर के सारे सीसीटीवी कैमरे बंद पडे़ हुए हैं. ऐसे में कैसे अराजक तत्वों पर नजर रखी जायेगी? बड़ा सवाल यह भी है कि पुलिस भी रात को गश्त नहीं मारती है, जिसका परिणाम लगातार चोरी की घटनाओं और वाहनों को क्षति पहुंचाने के रूप में सामने आ रहा है.
उधर नगर पंचायत ने भी शहर के कई स्थानों पर स्ट्रीट लाइटें नहीं लगाई हुई हैं, जिससे अराजक तत्व आसानी से शहर में आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. लगातार हो रहीं चोरी की घटनाओं से तंग आकर अब अगस्त्यमुनि व्यापार मंडल पुलिस की सुस्त कार्रवाई के खिलाफ आंदोलन की रणनीति बना रहा है. अगस्त्यमुनि व्यापार मंडल के अध्यक्ष अनिल कोठियाल ने कहा कि डेढ़ सप्ताह के भीतर ये दूसरी घटना है, जिसमें व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ है.
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उन्होंने कहा कि केदारनाथ आपदा के बाद बड़ी मुश्किल से यहां के लोग उभर रहे हैं. बैंक से कर्ज लेकर कोई वाहन तो कोई दुकान चलाकर अपनी रोजी- रोटी का जुगाड़ कर रहा है, लेकिन असामाजिक तत्वों द्वारा भारी नुकसान पहुंचाने से व्यापारी कर्ज तले दब रहा है. ऐसा लगता है अगस्त्यमुनि-विजयनगर में सुरक्षा का भारी अभाव हो गया है. साथ ही उन्होंने कार्रवाई न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.