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हिंदू नववर्ष पर जय श्रीराम के नारों से गूंजा जखोली, चैत्र नवरात्रि पर मंदिरों में उमड़े भक्त - शराबबंदी और नशा मुक्ति की शपथ

आज हिंदू नववर्ष 2080 के मौके पर जखोली जय श्रीराम के नारों से गूंजा. इस दौरान लोकगीतों के साथ जन जागरण रैली निकाली गई. खास बात ये रही कि इस दौरान शराबबंदी और नशा मुक्ति की शपथ ली गई. अल्मोड़ा में शोभा यात्रा के दौरान पारंपरिक परिधान पहन कर महिलाओं और बालिकाओं ने सांस्कृतिक छटा बिखेरी.

Chaitra Navratri 2023
चैत्र नवरात्रि पर मंदिरों में उमड़े भक्त
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Published : Mar 22, 2023, 6:29 PM IST

Updated : Mar 22, 2023, 8:39 PM IST

अल्मोड़ा में निकली सांस्कृतिक शोभा यात्रा.

रुद्रप्रयागः चैत्र नवरात्रि 2023 के पहले दिन उत्तराखंड के विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही. इसी कड़ी में जखोली में हिंदू नववर्ष 2080 और चैत्र नवरात्रि के मौके पर 40 महिला मंगल दलों ने जय श्रीराम के नारों एवं लोकगीतों के साथ जन जागरण रैली निकाली. रैली के बाद सरस्वती शिशु मंदिर जखोली में सांस्कृतिक लोकनृत्य और कीर्तन भजन की प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया. इसके अलावा अल्मोड़ा में सांस्कृतिक शोभा यात्रा निकाली गई तो हरिद्वार में अखाड़ा परिषद ने धूमधाम से नववर्ष मनाया.

जय श्रीराम के नारों से गूंजा जखोलीः हिंदू नववर्ष पर सभी 40 महिला मंगल दलों ने अपने क्षेत्र में सामाजिक कार्यों में शराबबंदी और नशा मुक्ति की शपथ ली. इस दौरान रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी और जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने मातृशक्ति के शराबबंदी और नशा मुक्ति की पहल को सराहा. वहीं, कीर्तन भजन प्रतियोगिता में महर पोखरी बुढ़ना ने पहला स्थान तो गोर्ति ने द्वितीय और बच्वाढ ने तृतीय स्थान प्राप्त किया.

हिंदू नववर्ष पर जय श्रीराम के नारों से गूंजा जखोली.

अल्मोड़ा में निकली सांस्कृतिक शोभा यात्राः सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा में चैत्र माह के प्रथम दिन धूमधाम से हिंदू नववर्ष मनाया गया. हिंदू सेवा समिति की ओर से नगर में सांस्कृतिक शोभायात्रा निकाली गई. जिसमें पारंपरिक परिधान पहनकर महिलाओं और बालिकाओं ने विभिन्न सांस्कृतिक लोक विधाओं की झलक प्रस्तुत की. ढोल नगाड़ों के साथ शोभायात्रा शुरू हुई, जो नगर के थाना बाजार, जोहरी बाजार, चौक बाजार, लाला बाजार होते हुए नंदा देवी परिसर पहुंची. इस दौरान भजन कीर्तन से अल्मोड़ा नगर का वातावरण भक्तिमय बना रहा.
ये भी पढ़ेंः 22 अप्रैल को खुलेंगे गंगोत्री धाम के कपाट, ये रहेगा शुभ मुहूर्त और द्वार खुलने का समय

शोभायात्रा में विभिन्न सांस्कृतिक लोक नृत्यों में झोड़ा, छपेली समेत अनेक लोक नृत्यों पर लोग झूमते नजर आए. हिंदू सेवा समिति के अध्यक्ष अजीत कार्की ने कहा कि इस शोभा यात्रा का उद्देश्य लोगों को अपने नववर्ष के प्रति जागृत करना है. ताकि वो भविष्य में भी अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाने में योगदान दे सकें. लोक कलाकार बिमला बोरा ने कहा कि हम अपने नए साल में जश्न मनाते हैं. वहीं, नई पीढ़ी जो अपनी संस्कृति से दूर होते जा रही है, उसे अपनी संस्कृति को दिखाकर प्रेरित करने का प्रयास करते हैं.

हरिद्वार में हिंदू नववर्ष की धूम.

अल्मोड़ा में नववर्ष और चैत्र नवरात्रि पर मंदिरों में उमड़े भक्तः नववर्ष के साथ ही चैत्र नवरात्रि पर लोगों ने अपने पहले दिन की शुरुआत मंदिरों में दर्शन कर की. इस दौरान अल्मोड़ा के नंदादेवी, संकट मोचन हनुमान मंदिर, त्रिपुरा सुंदरी, कसार देवी, बानड़ी देवी, स्याही देवी, पाताल देवी समेत विभिन्न मंदिरों ने भक्तों ने दर्शन कर पूजा की और सुख समृद्धि की कामना की.

हरिद्वार में अखाड़ा परिषद ने मनाया नववर्षः हरिद्वार में अखंड परशुराम अखाड़े ने हिंदू नववर्ष को बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ मनाया. अखंड परशुराम अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि अगर देश को हिंदू राष्ट्र बनाना है तो इसके लिए हमें हिंदू नववर्ष मनाना चाहिए. वहीं, अखाड़ा परिषद के पूर्व प्रवक्ता बाबा हठयोगी का कहना था कि हिंदू नववर्ष नक्षत्रों ओर विज्ञान के आधार पर मनाया जाता है, जो कि खगोलीय घटनाओं पर आधारित है. हिंदू नववर्ष के अवसर पर प्रकृति में भी नई कोपलें खिलती है.
ये भी पढ़ेंः रामनगर के गर्जिया मंदिर और काशीपुर के चामुंडा मंदिर में चैत्र नवरात्रि की रौनक

वहीं, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी आज मां मनसा देवी के दर्शन करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से नवरात्रि को नवरात्रि नारी शक्ति उत्सव के रूप में मनाए जाने के फैसले का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि नवरात्रि वैसे भी मां के विभिन्न रूपों को मनाने का पर्व है. ऐसे में उत्तराखंड सरकार की ओर से इस नवरात्रि को नारी शक्ति उत्सव के रूप में मनाया जाना महिलाओं प्रति सम्मान को दिखाती है.

अल्मोड़ा में निकली सांस्कृतिक शोभा यात्रा.

रुद्रप्रयागः चैत्र नवरात्रि 2023 के पहले दिन उत्तराखंड के विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही. इसी कड़ी में जखोली में हिंदू नववर्ष 2080 और चैत्र नवरात्रि के मौके पर 40 महिला मंगल दलों ने जय श्रीराम के नारों एवं लोकगीतों के साथ जन जागरण रैली निकाली. रैली के बाद सरस्वती शिशु मंदिर जखोली में सांस्कृतिक लोकनृत्य और कीर्तन भजन की प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया. इसके अलावा अल्मोड़ा में सांस्कृतिक शोभा यात्रा निकाली गई तो हरिद्वार में अखाड़ा परिषद ने धूमधाम से नववर्ष मनाया.

जय श्रीराम के नारों से गूंजा जखोलीः हिंदू नववर्ष पर सभी 40 महिला मंगल दलों ने अपने क्षेत्र में सामाजिक कार्यों में शराबबंदी और नशा मुक्ति की शपथ ली. इस दौरान रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी और जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने मातृशक्ति के शराबबंदी और नशा मुक्ति की पहल को सराहा. वहीं, कीर्तन भजन प्रतियोगिता में महर पोखरी बुढ़ना ने पहला स्थान तो गोर्ति ने द्वितीय और बच्वाढ ने तृतीय स्थान प्राप्त किया.

हिंदू नववर्ष पर जय श्रीराम के नारों से गूंजा जखोली.

अल्मोड़ा में निकली सांस्कृतिक शोभा यात्राः सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा में चैत्र माह के प्रथम दिन धूमधाम से हिंदू नववर्ष मनाया गया. हिंदू सेवा समिति की ओर से नगर में सांस्कृतिक शोभायात्रा निकाली गई. जिसमें पारंपरिक परिधान पहनकर महिलाओं और बालिकाओं ने विभिन्न सांस्कृतिक लोक विधाओं की झलक प्रस्तुत की. ढोल नगाड़ों के साथ शोभायात्रा शुरू हुई, जो नगर के थाना बाजार, जोहरी बाजार, चौक बाजार, लाला बाजार होते हुए नंदा देवी परिसर पहुंची. इस दौरान भजन कीर्तन से अल्मोड़ा नगर का वातावरण भक्तिमय बना रहा.
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शोभायात्रा में विभिन्न सांस्कृतिक लोक नृत्यों में झोड़ा, छपेली समेत अनेक लोक नृत्यों पर लोग झूमते नजर आए. हिंदू सेवा समिति के अध्यक्ष अजीत कार्की ने कहा कि इस शोभा यात्रा का उद्देश्य लोगों को अपने नववर्ष के प्रति जागृत करना है. ताकि वो भविष्य में भी अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाने में योगदान दे सकें. लोक कलाकार बिमला बोरा ने कहा कि हम अपने नए साल में जश्न मनाते हैं. वहीं, नई पीढ़ी जो अपनी संस्कृति से दूर होते जा रही है, उसे अपनी संस्कृति को दिखाकर प्रेरित करने का प्रयास करते हैं.

हरिद्वार में हिंदू नववर्ष की धूम.

अल्मोड़ा में नववर्ष और चैत्र नवरात्रि पर मंदिरों में उमड़े भक्तः नववर्ष के साथ ही चैत्र नवरात्रि पर लोगों ने अपने पहले दिन की शुरुआत मंदिरों में दर्शन कर की. इस दौरान अल्मोड़ा के नंदादेवी, संकट मोचन हनुमान मंदिर, त्रिपुरा सुंदरी, कसार देवी, बानड़ी देवी, स्याही देवी, पाताल देवी समेत विभिन्न मंदिरों ने भक्तों ने दर्शन कर पूजा की और सुख समृद्धि की कामना की.

हरिद्वार में अखाड़ा परिषद ने मनाया नववर्षः हरिद्वार में अखंड परशुराम अखाड़े ने हिंदू नववर्ष को बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ मनाया. अखंड परशुराम अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि अगर देश को हिंदू राष्ट्र बनाना है तो इसके लिए हमें हिंदू नववर्ष मनाना चाहिए. वहीं, अखाड़ा परिषद के पूर्व प्रवक्ता बाबा हठयोगी का कहना था कि हिंदू नववर्ष नक्षत्रों ओर विज्ञान के आधार पर मनाया जाता है, जो कि खगोलीय घटनाओं पर आधारित है. हिंदू नववर्ष के अवसर पर प्रकृति में भी नई कोपलें खिलती है.
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वहीं, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी आज मां मनसा देवी के दर्शन करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से नवरात्रि को नवरात्रि नारी शक्ति उत्सव के रूप में मनाए जाने के फैसले का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि नवरात्रि वैसे भी मां के विभिन्न रूपों को मनाने का पर्व है. ऐसे में उत्तराखंड सरकार की ओर से इस नवरात्रि को नारी शक्ति उत्सव के रूप में मनाया जाना महिलाओं प्रति सम्मान को दिखाती है.

Last Updated : Mar 22, 2023, 8:39 PM IST
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