रुद्रप्रयागः केदारघाटी में हेली टिकटों को लेकर कालाबाजारी और जालसाजी की लगातार शिकायतें मिल रही हैं. यहां कई एजेंसियां नियमों को ठेंगा दिखाकर यात्रियों को टिकट दिलाने के नाम पर जमकर लूट मचाए हुए हैं, जिससे हेली सेवाओं के जरिए धाम जाने वाले यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मंगलवार को इसी तरह का एक मामला सामने आने के बाद पुलिस ने एशियन हॉलिडे एंजेंसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. इससे पहले भी दो हेली कंपनी और एक एजेंट पर मुकदमा दर्ज किया जा चुका है.
बता दें कि पैदल और घोड़े-खच्चरों के जरिए धाम जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए केदारघाटी में हेली सेवा वरदान मानी जाती है. ऐसे में यात्री आसानी से धाम के दर्शन कर वापस लौट आते हैं. इससे उनके समय की भी काफी बचत होती है, लेकिन बीते तीन सालों से ये हेली सेवा मनमानी कर रही हैं. इतना ही नहीं टिकटों की कालाबाजारी और जालसाजी के मामले भी लगातार सामने आए हैं. इन दिनों प्रदेश में चार धाम यात्रा चरम पर हैं. ऐसे में यात्री हेली टिकट ऑनलाइन बुक कर रहे हैं, लेकिन जालसाजी के चलते उनका टिकट अवैध पाया जा रहा है. मंगलवार को भी इंदौर निवासी एक यात्री जालसाज का शिकार हुआ है.
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पीड़ित विपिन यादव ने पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि वो केदारनाथ धाम के लिए ऑनलाइन हेली टिकट के लिए सर्च कर रहे थे तभी एक फोन कॉल उनके पास आया. पीड़ित के मुताबिक फोन करने वाले ने बताया कि वो उनकी टिकट पवन हंस कंपनी में करा सकते हैं, जिसके बाद उसने अपनी कंपनी की बैंक डिटेल दी. जिसपर यात्री ने 6 टिकट के लिए 31800 रुपये का भुगतान पेटीएम के जरिए किया. इसमें एशियन हॉलिडे एजेंसी के एजेंट ने ऑनलाइन टिकट बुक करने की बात कही, लेकिन उन्हें संबंधित एजेंसी ने कोई टिकट उपलब्ध नहीं कराई. जांच करने पर पता चला कि यात्री को पवन हंस हेली में टिकट के नाम पर धोखा दिया गया है.
मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने एशियन हॉलिडे एजेंसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. मामले की जांच की जा रही है. पुलिस अधीक्षक अजय सिंह का कहना है कि जो भी मामले में शामिल पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. कालाबाजारी को लेकर उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों से यात्री धाम आते हैं और ट्रैवल एजेंट के जरिए होटलों और हेली सेवाओं की बुकिंग करते हैं. ऐसे में कई बार यात्री ठगी के शिकार हो जाते हैं. ऐसे एजेंट और लोगों को चिन्हित किया जा रहा है, जिससे कालाबाजारी पर रोक लग सके.