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पंचायत चुनाव में वोटरों को लुभा रहे प्रत्याशी, जागरूक युवा बोले- विकास के मुद्दों पर दें वोट

अगस्त्यमुनि विकासखंड में 16 अक्टूबर को अंतिम चरण का मतदान होना है. ऐसे में चुनाव को लेकर प्रत्याशी जमकर पसीना बहा रहे हैं, लेकिन इन दिनों त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में कुछ प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाने और वोट की खरीद फरोख्त के लिए जमकर शराब और धन बल का प्रयोग कर रहे हैं. जिससे एक स्वच्छ लोकतंत्र की कल्पना करना मुश्किल नजर आ रहा है.

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Published : Oct 13, 2019, 7:41 PM IST

रुद्रप्रयागः प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए पहले और दूसरे चरण का मतदान हो चुका है. अब तीसरे चरण का मतदान होना है. ऐसे में चुनाव को लेकर प्रत्याशी जोर-शोर से प्रचार-प्रसार भी कर रहे हैं. इतना ही नहीं प्रत्याशी वोटरों को लुभाने के लिए कई तरह के हथकंडे भी अपना रहे हैं. बताया जा रहा है कि कुछ प्रत्याशी वोट के लिए धनबल और शराब परोसने का काम भी कर रहे हैं. वहीं, जागरुक मतदाता शराब और पैंसों को नकार कर विकास के मुद्दों पर वोट देने की बात कर रहे हैं.

पंचायत चुनाव में प्रत्याशी धन बल और शराब से लुभा रहे वोटर.

बता दें कि, अगस्त्यमुनि विकासखंड में 16 अक्टूबर को अंतिम चरण का मतदान होना है. विकासखंड में ग्राम प्रधान पद के लिए 359, क्षेत्र पंचायत में 130 और जिला पंचायत में 43 प्रत्याशी मैदान में हैं. ग्राम प्रधान 169, क्षेत्र पंचायत 40 और जिला पंचायत में 8 सीट हैं. इनमें प्रधान पद पर पहले ही 28 प्रधान और दो क्षेत्र पंचायत निर्विरोध चुने जा चुके हैं. वहीं, अब 532 प्रत्याशियों का भाग्य दांव पर लगा है.

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ऐसे में चुनाव को लेकर प्रत्याशी जमकर पसीना बहा रहे हैं, लेकिन इन दिनों त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में कुछ प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाने और वोट की खरीद फरोख्त के लिए जमकर शराब और धन बल का प्रयोग कर रहे हैं. जिससे एक स्वच्छ लोकतंत्र की कल्पना करना मुश्किल नजर आ रहा है. विकास के मुद्दों की वजाय वोटरों को धन और शराब के जाम में डूबाया जा रहा है. ऐसे में विकास के सवाल गौण नजर आ रहे हैं.

वहीं, जागरुक वोटर शराब और पैसों को नकार कर विकास के मुद्दों पर वोट देना चाहते हैं. ग्रामीण दिवान लाल, व्यापारी पंचम सिंह नेगी, योगम्बर कुडियाल ने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के प्रति किसी भी प्रत्याशी का ध्यान नहीं है, बल्कि प्रत्याशियों ने इन दिनों क्षेत्र का माहौल पूरी तरह खराब कर दिया है. ऐसे में शराब और धन बल के जरिए वोटरों को अपने पाले में लाने की मंशा पूरी होने नहीं दी जाएगी.

ये भी पढे़ंः फिर से चर्चाओं में आया UJVNL, सॉफ्टवेयर खरीद मामले में घोटाले की आशंका

उन्होंने कहा कि क्षेत्र जनप्रतिनिधियों की उदासीनता का शिकार हुआ है. क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, शौचालय, पेयजल की गंभीर समस्या बनी हुई है, लेकिन किसी भी प्रत्याशी ने इन मुद्दों पर कोई बात नहीं की है. शराब की पेटियां गांवों तक पहुंच रही है. ऐसे में पुलिस प्रशासन और आबकारी विभाग चैन की नींद सोया हुआ है.

रुद्रप्रयागः प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए पहले और दूसरे चरण का मतदान हो चुका है. अब तीसरे चरण का मतदान होना है. ऐसे में चुनाव को लेकर प्रत्याशी जोर-शोर से प्रचार-प्रसार भी कर रहे हैं. इतना ही नहीं प्रत्याशी वोटरों को लुभाने के लिए कई तरह के हथकंडे भी अपना रहे हैं. बताया जा रहा है कि कुछ प्रत्याशी वोट के लिए धनबल और शराब परोसने का काम भी कर रहे हैं. वहीं, जागरुक मतदाता शराब और पैंसों को नकार कर विकास के मुद्दों पर वोट देने की बात कर रहे हैं.

पंचायत चुनाव में प्रत्याशी धन बल और शराब से लुभा रहे वोटर.

बता दें कि, अगस्त्यमुनि विकासखंड में 16 अक्टूबर को अंतिम चरण का मतदान होना है. विकासखंड में ग्राम प्रधान पद के लिए 359, क्षेत्र पंचायत में 130 और जिला पंचायत में 43 प्रत्याशी मैदान में हैं. ग्राम प्रधान 169, क्षेत्र पंचायत 40 और जिला पंचायत में 8 सीट हैं. इनमें प्रधान पद पर पहले ही 28 प्रधान और दो क्षेत्र पंचायत निर्विरोध चुने जा चुके हैं. वहीं, अब 532 प्रत्याशियों का भाग्य दांव पर लगा है.

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ऐसे में चुनाव को लेकर प्रत्याशी जमकर पसीना बहा रहे हैं, लेकिन इन दिनों त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में कुछ प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाने और वोट की खरीद फरोख्त के लिए जमकर शराब और धन बल का प्रयोग कर रहे हैं. जिससे एक स्वच्छ लोकतंत्र की कल्पना करना मुश्किल नजर आ रहा है. विकास के मुद्दों की वजाय वोटरों को धन और शराब के जाम में डूबाया जा रहा है. ऐसे में विकास के सवाल गौण नजर आ रहे हैं.

वहीं, जागरुक वोटर शराब और पैसों को नकार कर विकास के मुद्दों पर वोट देना चाहते हैं. ग्रामीण दिवान लाल, व्यापारी पंचम सिंह नेगी, योगम्बर कुडियाल ने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के प्रति किसी भी प्रत्याशी का ध्यान नहीं है, बल्कि प्रत्याशियों ने इन दिनों क्षेत्र का माहौल पूरी तरह खराब कर दिया है. ऐसे में शराब और धन बल के जरिए वोटरों को अपने पाले में लाने की मंशा पूरी होने नहीं दी जाएगी.

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उन्होंने कहा कि क्षेत्र जनप्रतिनिधियों की उदासीनता का शिकार हुआ है. क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, शौचालय, पेयजल की गंभीर समस्या बनी हुई है, लेकिन किसी भी प्रत्याशी ने इन मुद्दों पर कोई बात नहीं की है. शराब की पेटियां गांवों तक पहुंच रही है. ऐसे में पुलिस प्रशासन और आबकारी विभाग चैन की नींद सोया हुआ है.

Intro:वोटरों को लुभाने के लिए अपनाए जा रहे हथकंडे
बुद्धिजीवी जनता ने किया ऐसे प्रत्याशियों का विरोध
शराब और पैंसो का चल रहा जमकर खेल
सामाजिक ताने-बाने को खराब कर रहे प्रत्याशी
रूद्रप्रयाग। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का अब तृतीय चरण का मतदान होना है। प्रत्याशियों ने कमर कसी हुई है। प्रत्याशी रात-दिन वोटरों को लुभाने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं, लेकिन यह चुनाव सामाजिक ताने-बाने को बिगाड़ रहा है। वोटरों को अपने जाल में फंसाने को लेकर प्रत्याशी हर हथकंडे अपना रहे हैं। शराब से लेकर पैंसों का खेल चल रहा है, जो आने वाले समय के लिए शुभ संकेत नहीं है। जातिवाद और क्षेत्रवाद की राजनीति करने से भी प्रत्याशी पीछे नहीं है। Body:विकासखण्ड अगस्त्यमुनि में 16 अक्टूबर को अंतिम चरण का मतदान होना है। विकासखण्ड में ग्राम प्रधान पद के लिए 359, क्षेत्र पंचायत में 130 एवं जिला पंचायत में 43 प्रत्याशी मैदान में हैं। ग्राम प्रधान 169, क्षेत्र पंचायत 40 एवं जिला पंचायत में 8 सीट हैं। इनमें प्रधान पद पर पहले ही 28 प्रधान एवं दो क्षेत्र पंचायत निर्विरोध बन चुके हैं। अब 532 प्रत्याशियों का भाग्य दांव पर लगा है।
भले ही कहने के लिए लोकतंत्र में जनता का राज चलता हो, लेकिन इन दिनों त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में प्रत्याशियों ने जिस तरह का माहौल गांव की गलियों में बना रखा है उससे एक स्वच्छ लोकतंत्र की कल्पना करना बेहद मुश्किल है। मतदाताओं को लुभाने और वोट की खरीद फरोख्त के लिए जमकर शराब और धन बल का प्रयोग किया जा रहा है। हर गांव चैराहों पर इन दिनों शराब की महफिलें सजी हैं। विकास के मुद्दों की वजाय वोटरों को धन और शराब के जाम में डूबोने की गणित चल रही है। जिन युवाओं और ग्रामीणों ने विकास की बात करनी थी, वे सवाल जवाब करने के वजाय शराब की बोतलों को ढूंढने में लगे हैं। हरेक प्रत्याशी से शराब और पैंसें लेकर वोट डलवाने की बात कर रहे हैं। ऐसे में विकास के सवाल गौण नजर आ रहे हैं। प्रत्याशियों की संख्या ज्यादा होने से वोटर इसका पूरा फायदा उठा रहे हैं। सभी प्रत्याशियों से जमकर शराब की बोतलें और पैंसो का खेल चल रहा है। वोटर इतने चालाक हो गये हैं कि किसी भी प्रत्याशी को निराश नहीं कर रहे हैं और सबको वोट देने का वायदा करके अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं। विकासखण्ड अगस्त्यमुनि के कई क्षेत्रों में प्रत्याशियों द्वारा वोटरों को जमकर शराब बांटी जा रही है। क्षेत्र के जो बुद्धिजीवी लोग हैं, वे शराब और पैंसों को नकार कर विकास के मुद्दों पर वोट देना चाहते हैं। ग्रामीण दिवान लाल, व्यापारी पंचम सिंह नेगी, योगम्बर कुडियाल ने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के प्रति किसी भी प्रत्याशी का ध्यान नहीं है, बल्कि प्रत्याशियों ने इन दिनों क्षेत्र का माहौल पूरी तरह खराब कर दिया है। कहा कि शराब और धन बल के जरिये वोटरों को अपने पाले में लाने की मंशा पूरी होने नहीं दी जायेगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र जनप्रतिनिधियों की उदासीनता का शिकार हुआ है। क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, शौचालय, पेयजल की गंभीर समस्या बनी हुई है, लेकिन किसी भी प्रत्याशी ने इन मुद्दों पर कोई बात नहीं की। दुख की बात ये है कि शराब की पेटियों को गांवों तक पहुंचाया जा रहा है और पुलिस प्रशासन और आबकारी विभाग चैन की नींद सोया हुआ है।
बाइट - दिवान लाल, ग्रामीण
बाइट - पंचम सिंह नेगी, व्यापारी
बाइट ‘ योगम्बर कुडियाल, ग्रामीण Conclusion:
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