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PMGSY की लापरवाही से खौफ में ग्रामीण, सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त होने से बना खतरा - रुद्रप्रयाग में पीएमजीएसवाई की लापरवाही

रुद्रप्रयाग जिले के मद्महेशव घाटी में 16 परिवार खतरे की जद में जीने को मजबूर हैं. विरोली-बुरुवा निर्माणाधीन मोटरमार्ग पर सुरक्षा दीवर ढह जाने से ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं.

rudraprayag village
विरोली-बुरुवा मोटरमार्ग पर क्षतिग्रस्त पुश्ते.
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Published : Apr 30, 2020, 7:41 PM IST

रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग जिले के मद्महेश्वर घाटी के बुरुवा गांव में ग्रामीण खतरे की जद में जीने को मजबूर हैं. पीएमजीएसवाई के तहत विरोली-बुरुवा निर्माणाधीन मोटरमार्ग पर सुरक्षा दीवार के निर्माण में भारी अनिमितताएं बरती गयी थीं. कई स्थानों पर सुरक्षा दीवार ढह जाने से गांव के 16 परिवारों पर खतरा बना हुआ है.

बीते साल जुलाई महीने में गांव को यातायात से जोड़ने के लिए पीएमजीएसवाई ने तीन किमी विरोली-बुरुवा मोटरमार्ग का निर्माण कार्य था. जिसके बाद से ही मोटरमार्ग के निर्माण का काम अधर में लटका हुआ है. वहीं, मोटरमार्ग के किनारे बनायी गयी सुरक्षा दीवार के ढह जाने के कई परिवार खतरे की जद में जीने को मजबूर हैं.

rudraprayag village
खतरे की जद में मदमहेश्वर घाटी का बुरुवा गांव.

पढ़ें: बुजुर्ग ने इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन और होम क्वारंटाइन पर दिए तर्क, पहले के समय में हो चुका है इसका प्रयोग

ग्रामीणों का कहना है कि बीते 23 अप्रैल को पीएमजीएसवाई विभाग के अधिकारियों को सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त होने की सूचना दी गयी थी. जिसके बाद भी अभी तक विभागीय अधिकारी ने क्षतिग्रस्त सुरक्षा दीवार का जायजा नहीं लिया.

मद्महेश्वर घाटी विकास मंच के अध्यक्ष मदन भट्ट ने बताया कि मद्महेश्वर घाटी में बरसात होने के कारण ग्रामीणों की मुश्किलें भी बढ़ गयी हैं. यदि जल्द ही सुरक्षा दीवारों की मरम्मत नहीं की गई तो बड़ा हादसा हो सकता हैं. वहीं, जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि क्षतिग्रस्त सुरक्षा दीवार निर्माण के लिए विभागीय अभियंता को निर्देश दिए जायेंगे.

रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग जिले के मद्महेश्वर घाटी के बुरुवा गांव में ग्रामीण खतरे की जद में जीने को मजबूर हैं. पीएमजीएसवाई के तहत विरोली-बुरुवा निर्माणाधीन मोटरमार्ग पर सुरक्षा दीवार के निर्माण में भारी अनिमितताएं बरती गयी थीं. कई स्थानों पर सुरक्षा दीवार ढह जाने से गांव के 16 परिवारों पर खतरा बना हुआ है.

बीते साल जुलाई महीने में गांव को यातायात से जोड़ने के लिए पीएमजीएसवाई ने तीन किमी विरोली-बुरुवा मोटरमार्ग का निर्माण कार्य था. जिसके बाद से ही मोटरमार्ग के निर्माण का काम अधर में लटका हुआ है. वहीं, मोटरमार्ग के किनारे बनायी गयी सुरक्षा दीवार के ढह जाने के कई परिवार खतरे की जद में जीने को मजबूर हैं.

rudraprayag village
खतरे की जद में मदमहेश्वर घाटी का बुरुवा गांव.

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ग्रामीणों का कहना है कि बीते 23 अप्रैल को पीएमजीएसवाई विभाग के अधिकारियों को सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त होने की सूचना दी गयी थी. जिसके बाद भी अभी तक विभागीय अधिकारी ने क्षतिग्रस्त सुरक्षा दीवार का जायजा नहीं लिया.

मद्महेश्वर घाटी विकास मंच के अध्यक्ष मदन भट्ट ने बताया कि मद्महेश्वर घाटी में बरसात होने के कारण ग्रामीणों की मुश्किलें भी बढ़ गयी हैं. यदि जल्द ही सुरक्षा दीवारों की मरम्मत नहीं की गई तो बड़ा हादसा हो सकता हैं. वहीं, जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि क्षतिग्रस्त सुरक्षा दीवार निर्माण के लिए विभागीय अभियंता को निर्देश दिए जायेंगे.

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