रुद्रप्रयाग: विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल देवरियाताल के आंचल में बसे सारी गांव में भगवती नंदा के आगमन पर पौराणिक बगड़वाल नृत्य मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा. पौराणिक जागरों के माध्यम से देर सांय तक भगवती नंदा की महिमा का गुणगान किया गया. ग्रामीणों और धियाणियों ने बढ़-चढ़कर भगवती नंदा का आशीर्वाद लिया. आज भगवती नन्दा सारी गांव से विदा होकर अपने पूजा स्थल मक्कू गांव को रवाना हो गईं.
मक्कू में मां भगवती नंदा क्षेत्र की खुशहाली व जगत कल्याण के लिए तपस्यारत हो जायंगी. ब्रह्म बेला पर पुजारी रामचंद्र भट्ट ने पंचाग पूजन के तहत सभी देवी-देवताओं का आह्वान किया. ग्रामीण रघुवीर सिंह नेगी, मुरली सिंह नेगी, दिलवर सिंह नेगी, कुलदीप सिंह नेगी, जीतपाल सिंह नेगी ने दिनभर पौराणिक जागरों से भगवती नंदा की महिमा का गुणगान किया. भगवती नन्दा के दर्शन के बाद बगड़वाल नृत्य मुख्य आकर्षण रहा. बगड़वाल नृत्य में जगत सिंह नेगी ने सभी को सुभाशीष दिया.
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ढोलवादक मंगलदास और बसन्त लाल ने बगड़वाल नृत्य में वाद्य यंत्रों की मधुर धुनों पर सहयोग किया. ग्रामीणों ने बताया कि भगवती नंदा के मायके आगमन पर बगड़वाल नृत्य की परम्परा प्राचीन है. भविष्य में भगवती नंदा के आगमन को भव्य रूप दिया जायेगा, जिससे हमारी पौराणिक संस्कृति जीवित रह सके. आज भगवती नन्दा को भोग अर्पित करने के बाद सारी गांव से भावुक क्षणों में विदाई हुई.