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त्रियुगीनारायण मंदिर में संपन्न हुआ बामन द्वादशी मेला, 18 निसंतान दंपत्तियों ने किया जागरण - Baman Dwadashi mela conclud in Triyuginarayan temple

शनिवार को त्रियुगीनारायण मंदिर में बामन द्वादशी मेला समाप्त हो गया. कोरोना संक्रमण के कारण इस बार ये मेला सादगी से मनाया गया.

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त्रियुगीनारायण मंदिर में संपन्न हुआ बामन द्वादशी मेला
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Published : Aug 29, 2020, 8:56 PM IST

रुद्रप्रयाग: आज शिव-पार्वती विवाह स्थल त्रियुगीनारायण मंदिर में बामन द्वादशी मेला विधिवत संपन्न हो गया. इस दौरान 18 निसंतान दंपत्तियों ने पुत्रकामना के लिये रातभर जागरण किया. शनिवार के दिन भगवान नारायण के बामन अवतार की मूर्ति को थाल में रखकर मंदिर की परिक्रमा की गई. बामन अवतार ने नर रूप में अवतरित होकर भक्तों को आशीष दिया. इस दौरान भक्तों को जौ की हरियाली प्रसाद स्वरूप वितरित की गई.

त्रियुगीनारायण मंदिर में संपन्न हुआ बामन द्वादशी मेला

दरअसल, हर साल त्रियुगीनारायण में बामन द्वादशी मेले का आयोजन किया जाता है. इसके एक दिन पहले मंदिर में हरियाली मेला भी आयोजित किया जाता है. गांव के घर-घर में उगाई गई हरियाली को ग्रामीण मंदिर में एकत्रित करते हैं. बामन मेले के दिन भगवान विष्णु के बामन रूप की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. थाल में बामन अवतार की मूर्ति को रखकर मंदिर की परिक्रमा की जाती है. फिर मूर्ति के भगवान को दर्शन कराये जाते हैं.

पढ़ें- रुद्रपुर: संपत्ति के लिए बेटी और दामाद ने पूरे परिवार का किया खात्मा, 3 गिरफ्तार

वहीं, इस बार कोरोना महामारी के कारण बामन द्वादशी मेला सादगी के साथ मनाया गया. कोरोना के चलते कम ही निसंतान दंपत्ति मेले में पहुंचे. पिछले सालों में सौ से अधिक निसंतान दंपत्ति यहां पुत्र कामना के लिये पूजा-अर्चना कर चुके हैं. नारायण मेला समिति के अध्यक्ष दिवाकर गैरोला ने बताया कि इस बार कोरोना महामारी के चलते बामन द्वादशी मेला सादगी के साथ मनाया गया. स्थानीय भक्त ही मेले में शामिल हुये. उन्होंने बताया कि इस बार कोरोना के कारण सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित नहीं किये गये.

रुद्रप्रयाग: आज शिव-पार्वती विवाह स्थल त्रियुगीनारायण मंदिर में बामन द्वादशी मेला विधिवत संपन्न हो गया. इस दौरान 18 निसंतान दंपत्तियों ने पुत्रकामना के लिये रातभर जागरण किया. शनिवार के दिन भगवान नारायण के बामन अवतार की मूर्ति को थाल में रखकर मंदिर की परिक्रमा की गई. बामन अवतार ने नर रूप में अवतरित होकर भक्तों को आशीष दिया. इस दौरान भक्तों को जौ की हरियाली प्रसाद स्वरूप वितरित की गई.

त्रियुगीनारायण मंदिर में संपन्न हुआ बामन द्वादशी मेला

दरअसल, हर साल त्रियुगीनारायण में बामन द्वादशी मेले का आयोजन किया जाता है. इसके एक दिन पहले मंदिर में हरियाली मेला भी आयोजित किया जाता है. गांव के घर-घर में उगाई गई हरियाली को ग्रामीण मंदिर में एकत्रित करते हैं. बामन मेले के दिन भगवान विष्णु के बामन रूप की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. थाल में बामन अवतार की मूर्ति को रखकर मंदिर की परिक्रमा की जाती है. फिर मूर्ति के भगवान को दर्शन कराये जाते हैं.

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वहीं, इस बार कोरोना महामारी के कारण बामन द्वादशी मेला सादगी के साथ मनाया गया. कोरोना के चलते कम ही निसंतान दंपत्ति मेले में पहुंचे. पिछले सालों में सौ से अधिक निसंतान दंपत्ति यहां पुत्र कामना के लिये पूजा-अर्चना कर चुके हैं. नारायण मेला समिति के अध्यक्ष दिवाकर गैरोला ने बताया कि इस बार कोरोना महामारी के चलते बामन द्वादशी मेला सादगी के साथ मनाया गया. स्थानीय भक्त ही मेले में शामिल हुये. उन्होंने बताया कि इस बार कोरोना के कारण सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित नहीं किये गये.

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