रुद्रप्रयागः केदारनाथ धाम के कपाट आगामी 29 अक्टूबर को भैयादूज के दिन शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे. जिसके बाद बाबा केदार की उत्सव चल विग्रह डोली 6 महीने के लिए अपने शीतकालीन प्रवास ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान होगी. वहीं, इस बार केदारनाथ की यात्रा ने सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं. अब तक 9 लाख 95 हजार तीर्थयात्री बाबा के दरबार में मत्था टेक चुके हैं, जिससे मंदिर समिति को 19 करोड़ की आय अर्जित हुई है.
करोड़ों हिंदुओं की आस्था के केंद्र केदारनाथ धाम में इस साल रिकार्ड तोड़ यात्री पहुंचे हैं. कपाट बंद होने में अभी 3 दिन बाकी है, ऐसे में माना जा रहा है कि यात्रियों का आंकड़ा दस लाख पार कर जाएगा. जो अब तक के इतिहास में सबसे बड़ा रिकार्ड होगा. ऐसे में जिला प्रशासन, मंदिर समिति, व्यापारी वर्ग में काफी उत्साह है.
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बीते साल 8 लाख 32 हजार तीर्थयात्री बाबा के दरबार में पहुंचे थे, जो उस समय का रिकार्ड बन गया था, लेकिन इस साल का रिकार्ड दस लाख पहुंचने जा रहा है. कपाट बंद होने से पहले काफी संख्या में श्रद्धालु बाबा केदार के दर पर पहुंच रहे हैं.
वहीं, केदारनाथ से श्री बदरी-केदार मंदिर समिति को अब तक 19 करोड़ की कमाई हो चुकी है. बीते साल के मुकाबले यह आकंडा आठ करोड़ ज्यादा है. साल 2013 में आई आपदा के बाद मंदिर समिति की आय काफी कम हो गई थी.
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साथ ही केदारनाथ मंदिर की आर्थिक स्थिति पूरी तरह चरमरा गई थी, लेकिन पुनर्निमाण के बाद धाम में श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होने से मंदिर समिति ने इस नुकसान की भरपाई कर दी है. साल 2017 से करीब नौ करोड़ की आय मंदिर समिति को हुई तो साल 2018 में आय साढे़ ग्यारह करोड़ पहुंची.
बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ आने के बाद से यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है. चारधामों में यात्रा का आंकड़ा हर साल बढ़ता जा रहा है. पीएम मोदी पांच बार केदारपुरी आ चुके हैं. इस साल मंदिर समिति को काफी आय अर्जित हुई है.
केदारनाथ धाम आने वाले यात्री -
- 2012- 5 लाख 53 हजार 3
- 2013- आपदा के कारण आंकड़े नहीं मिल पाए.
- 2014- 48 हजार
- 2015- 1 एक 54 हजार
- 2016- 3 लाख 9 हजार
- 2017- 4 लाख 71 हजार
- 2018- 8 लाख 32 हजार 241
- 2019- अब तक नौ लाख 95 हजार श्रद्धालु पहुंचे.