रुद्रप्रयाग: इन दिनों उत्तराखंड के मंदिरों में ड्रेस कोड लेकर मामला गरमाया हुआ है. उत्तराखंड के तमाम मंदिरों में ड्रेस कोड लागू करने की मांग उठ रही है. इसी कड़ी में बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि किसी भी मंदिर की अपनी मर्यादाएं और परंपराएं होती हैं. ऐसे में भक्तों को मंदिर में मर्यादित वस्त्र पहनकर जाना चाहिए. ऐसे में अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं विश्व विख्यात धाम बदरी विशाल और बाबा केदार के दरबार में भी मर्यादित वस्त्र पहनने का नियम लागू ना हो जाए.
मर्यादित वस्त्र पहनने को लेकर जोर: उत्तराखंड के कई मंदिरों में मर्यादित वस्त्र पहनने का नियम लागू किया गया है. ठीक ऐसे समय पर बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि किसी भी धार्मिक स्थल, मठ मंदिर की अपनी गरिमा, परंपरा और मर्यादा होती है. सभी को मर्यादा बनाने में सहयोग करना चाहिए. मर्यादित वस्त्र पहन कर ही मंदिर में प्रवेश करना चाहिए. जब कोई मर्यादित वस्त्र पहन कर मंदिर में नहीं जाते हैं तो वहां मौजूद अन्य भक्त असहजता महसूस करते हैं और उनकी आस्था को ठेस पहुंचती है.
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अजेंद्र अजय के बयानों के बाद कयासों का दौर शुरू: मंदिर समिति के अध्यक्ष का यह बयान आने के बाद अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं बदरी विशाल और बाबा केदार के दरबार में भी ड्रेस कोड लागू ना हो जाए. वैसे देखा जाए तो केदारनाथ में कई भक्त ऐसे भी पहुंचते हैं, जिनके कपड़ों का विरोध होता आया है.