रुद्रप्रयाग: बाबा केदार की पंचमुखी भोगभूर्ति चल विग्रह उत्सव डोली आज शनिवार 22 अप्रैल को अपने दूसरे रात्रि प्रवास के लिए फाटा पहुंची, जहां भक्तों ने बाबा केदार की पंचमुखी उत्सव डोली को देखकर बम-बम भोले के जयकारे लगाए. आज पंचमुखी चल विग्रह डोली फाटा में रात्रि विश्राम करेंगी. यहां से कल रविवार 23 अप्रैल सुबह डोली गौरीकुंड के लिए प्रस्थान करेंगी और कल का रात्रि प्रवास गौरीकुंड में ही किया जाएगा.
फाटा में बाबा केदार की डोली का भक्तों ने भव्य स्वागत किया. फाटा में बाबा केदार की डोली को देखकर पूरा वातारण भक्ति मय हो गया था. बड़ी संख्या में भक्त बाबा की डोली के साथ नंग पैर चले. बता दें बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह डोली कल शुक्रवार 21 अप्रैल को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊंखीमठ से रवाना हुई थी. डोली ने प्रथम रात्रि प्रवास गुप्तकाशी में किया था.
पढ़ें- Chardham Yatra 2023 शुरू, खुल गए गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट, श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से बरसे फूल
गुप्तकाशी के आज शनिवार सुबह डोली अपने अगले पड़ाव फाटा के लिए निकली थी. फाटा में रात्रि विश्राम करने के बाद डोली रविवार सुबह डोली अपने अगले पड़ाव गौरीकुंड के लिए प्रस्तान करेंगी. इसके बाद सोमवार 24 अप्रैल सुबह डोली अपने अंतिम पड़ाव केदारनाथ धाम के लिए निकलेंगी और 25 अप्रैल को विधि विधान के साथ बाबा केदार के कपाट खोले जाएंगे.
बता दें कि आज 22 अप्रैल अक्षय तृतीय पर गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा की शुरुआत हो गई है. अब 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खोले जाने है, वहीं 27 अप्रैल में चौथे धाम बदरी विशाल के मंदिर के कपाट खुलेंगे. वहीं, उत्तराखंड में पांचवें धाम के नाम से प्रसिद्ध सिखों के धार्मिक स्थल हेमकुंड साबिह के कपाट 20 मई को खोले जाने है.