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रुद्रप्रयाग में पशुओं की आवाजाही पर लगी रोक, लंपी वायरस को चलते प्रशासन ने उठाया कदम - danger of lumpy virus in rudraprayag

लंपी वायरस का खतरा देखते हुए रुद्रप्रयाग में बाहरी जनपदों से किसी भी मवेशी की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. डीएम ने कहा संक्रमण न फैले, इसलिये ये निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी संक्रमित पशु का रुद्रप्रयाग जनपद में आगमन न हो. साथ ही किसी भी पशु मेला, गोष्ठी, प्रदर्शनी पर संक्रमण खत्म होने तक रोक रहेगी.

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Published : May 10, 2023, 8:16 PM IST

रुद्रप्रयाग: मवेशियों में लंपी वायरस न फैले, इसके लिए रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने कड़ा रूख अपनाया है. वायरस से मवेशियों को बचाने के लिए प्रशासन ने फिलहाल बाहरी जनपद से रुद्रप्रयाग में किसी भी पशुओं के आवाजाही पर रोक लगा दी है. इसके अलावा कहीं भी पशु प्रदर्शन या फिर मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा. ये नियम तब तक लागू रहेंगे, जब तक लंपी वायरस का खतरा पूरी तरह से कम नहीं हो जाता है.

बता दें कि इन दिनों पर्वतीय क्षेत्रों में पाॅक्स वायरस से फैलने वाली बीमारी लंपी स्किन डिजीज का खतरा बढ़ गया है. इस बीमारी की चपेट में आने से अधिकतर गौवंशीय और महिषवंशीय पशु प्रभावित होते हैं. जिसको लेकर बीमारी फैलने से पहले ही रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में पशुओं में तेजी से फैल रहा है लंपी वायरस, बागेश्वर में तीन जानवरों की मौत

लंपी वायरस की रोकथाम के लिए फिलहाल अंतर्जनपदीय परिवहन को निरुद्ध करने सहित गौ एवं गौवंशीय/महिषवंशीय पशुओं के आवागमन, प्रदर्शनियों एवं पशुओं को एकत्रित करने वाली समस्त गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है. जबकि जनपद एवं जनपद के बाहर भी पशुओं का क्रय-विक्रय नहीं किया जायेगा. यह नियम लागू होने से पशुओं में बीमारी का खतरा कम हो जाएगा. यह नियम तब तक लागू रहेंगे, जब तक इस बीमारी पर पूर्ण रूप से रोक नहीं लग जाती है.

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया इस बीमारी में संक्रमण न फैले, इसलिये ये निर्देश दिए गये हैं कि किसी भी संक्रमित पशु का रुद्रप्रयाग जनपद में आगमन न हो. किसी भी पशु मेला, गोष्ठी, प्रदर्शनी पर तब तक रोक रहेगी, जब तक इस पूरे संक्रमण पर काबू नहीं पा लिया जाएगा.

रुद्रप्रयाग: मवेशियों में लंपी वायरस न फैले, इसके लिए रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने कड़ा रूख अपनाया है. वायरस से मवेशियों को बचाने के लिए प्रशासन ने फिलहाल बाहरी जनपद से रुद्रप्रयाग में किसी भी पशुओं के आवाजाही पर रोक लगा दी है. इसके अलावा कहीं भी पशु प्रदर्शन या फिर मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा. ये नियम तब तक लागू रहेंगे, जब तक लंपी वायरस का खतरा पूरी तरह से कम नहीं हो जाता है.

बता दें कि इन दिनों पर्वतीय क्षेत्रों में पाॅक्स वायरस से फैलने वाली बीमारी लंपी स्किन डिजीज का खतरा बढ़ गया है. इस बीमारी की चपेट में आने से अधिकतर गौवंशीय और महिषवंशीय पशु प्रभावित होते हैं. जिसको लेकर बीमारी फैलने से पहले ही रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं.
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लंपी वायरस की रोकथाम के लिए फिलहाल अंतर्जनपदीय परिवहन को निरुद्ध करने सहित गौ एवं गौवंशीय/महिषवंशीय पशुओं के आवागमन, प्रदर्शनियों एवं पशुओं को एकत्रित करने वाली समस्त गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है. जबकि जनपद एवं जनपद के बाहर भी पशुओं का क्रय-विक्रय नहीं किया जायेगा. यह नियम लागू होने से पशुओं में बीमारी का खतरा कम हो जाएगा. यह नियम तब तक लागू रहेंगे, जब तक इस बीमारी पर पूर्ण रूप से रोक नहीं लग जाती है.

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया इस बीमारी में संक्रमण न फैले, इसलिये ये निर्देश दिए गये हैं कि किसी भी संक्रमित पशु का रुद्रप्रयाग जनपद में आगमन न हो. किसी भी पशु मेला, गोष्ठी, प्रदर्शनी पर तब तक रोक रहेगी, जब तक इस पूरे संक्रमण पर काबू नहीं पा लिया जाएगा.

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