रुद्रप्रयाग: मवेशियों में लंपी वायरस न फैले, इसके लिए रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने कड़ा रूख अपनाया है. वायरस से मवेशियों को बचाने के लिए प्रशासन ने फिलहाल बाहरी जनपद से रुद्रप्रयाग में किसी भी पशुओं के आवाजाही पर रोक लगा दी है. इसके अलावा कहीं भी पशु प्रदर्शन या फिर मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा. ये नियम तब तक लागू रहेंगे, जब तक लंपी वायरस का खतरा पूरी तरह से कम नहीं हो जाता है.
बता दें कि इन दिनों पर्वतीय क्षेत्रों में पाॅक्स वायरस से फैलने वाली बीमारी लंपी स्किन डिजीज का खतरा बढ़ गया है. इस बीमारी की चपेट में आने से अधिकतर गौवंशीय और महिषवंशीय पशु प्रभावित होते हैं. जिसको लेकर बीमारी फैलने से पहले ही रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं.
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लंपी वायरस की रोकथाम के लिए फिलहाल अंतर्जनपदीय परिवहन को निरुद्ध करने सहित गौ एवं गौवंशीय/महिषवंशीय पशुओं के आवागमन, प्रदर्शनियों एवं पशुओं को एकत्रित करने वाली समस्त गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है. जबकि जनपद एवं जनपद के बाहर भी पशुओं का क्रय-विक्रय नहीं किया जायेगा. यह नियम लागू होने से पशुओं में बीमारी का खतरा कम हो जाएगा. यह नियम तब तक लागू रहेंगे, जब तक इस बीमारी पर पूर्ण रूप से रोक नहीं लग जाती है.
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया इस बीमारी में संक्रमण न फैले, इसलिये ये निर्देश दिए गये हैं कि किसी भी संक्रमित पशु का रुद्रप्रयाग जनपद में आगमन न हो. किसी भी पशु मेला, गोष्ठी, प्रदर्शनी पर तब तक रोक रहेगी, जब तक इस पूरे संक्रमण पर काबू नहीं पा लिया जाएगा.