रुद्रप्रयाग: पूर्वी बांगर और पश्चिमी बांगर को आपस में सड़क मार्ग से जोड़ने की मांग को लेकर पूर्वी बांगर संघर्ष समिति का क्रमिक अनशन चौथे दिन भी जारी रहा. अब आंदोलनकारियों ने आर-पार की लड़ाई का मन बना लिया है.
छेनागाढ़-बक्सीर-भुनालगांव सड़क के अंतिम छोर भेडारु में चौथे दिन क्रमिक अनशन पर पूर्व प्रधानाध्यापक शिवलाल आर्य, वन पंचायत सरपंच भागीरथी देवी, बुरांशी देवी, गुड्डू बैरवाण बैठे रहे. वहीं आंदोलनकारियों ने कहा कि छेनागाढ़-बक्सीर-भुनालगांव सड़क को मयाली-रणधार-बधानी मोटरमार्ग से जोड़ने की मांग लंबे समय से की जा रही है. जब तक सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं होता उनका आंदोलन जारी रहेगा.
इसके साथ ही आंदोलनकारियों का कहना है कि स्पेशल कॉम्पोनेन्ट प्लान के तहत निर्मित छेनागाढ़ से भुनालगांव तक मोटरमार्ग को लोक निर्माण विभाग को हस्तांतरित किया जाए. इसके साथ ही भटकनी गदेरे में मोटरपुल का निर्माण किया जाए. स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों और अन्य पदों की तैनाती की जाए और स्कूलों में रिक्त चल रहे शिक्षकों के पद भरे जाएं.
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वहीं, पूर्व प्रधानाध्यापक और सामाजिक कार्यकर्ता शिवलाल आर्य ने कहा कि पूर्व में कई बार मुख्यमंत्री सड़क को लेकर घोषणा कर चुके हैं. लेकिन आज तक सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो पाया है. पूर्वी बांगर क्षेत्र के लोगों को जखोली ब्लॉक और तहसील पहुंचने में पूरा एक दिन लग जाता है. इस सड़क के बनने से ग्रामीणों को सुविधाएं मिलतीं. उन्होंने कहा कि अब ग्रामीणों ने आर-पार की लड़ाई का मन बना लिया है. जब तक मांगे पूरी नहीं होती, उनका आंदोलन जारी रहेगा.