रुद्रप्रयाग: हेली सेवाओं की ब्लैक टिकटिंग और वेटिंग की शिकायतों पर जिला प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है. प्रशासन की ओर से हेली सेवाओं की उड़ानों पर पैनी नजर रखने को लेकर तीसरी आंख की मदद ली जा रही है, जिससे धाम में उड़ रही कंपनियों की शटल सेवाओं की रिकार्डिंग की जा सके. ऐसे में किसी भी तरह की गड़बड़ी होने पर हेली कंपनियों के लाइसेंस रद्द करने के साथ ही आगामी यात्रा के लिए भी हेली कंपनी को बैन किया जाएगा.
हर साल केदारघाटी से केदारनाथ धाम के लिए हवाई सेवाएं संचालित होती हैं. केदारनाथ आपदा से पहले ये सेवाएं कम थी, मगर आपदा के बाद नौ से दस कंपनियां हर वर्ष यहां आकर सेवाएं दे रही हैं. ऐसे में तीर्थयात्रियों को तो सहूलियत मिल रही है लेकिन ब्लैक टिकटिंग और धोखधड़ी के मामले भी बढ़ रहे हैं. इन पर रोक लगाने को लेकर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है और सीसीटीवी की मदद से इन पर नजर रखी जा रही है.
यह भी पढ़ें-शारदीय नवरात्रि का आज आठवां दिनस, जाने कैसे करें मां गौरी की पूजा
केदारनाथ में 9 अक्टूबर से आठ हेली कंपनियां संचालित हो रही हैं, जबकि एक हेली सेवा कंपनी ने कुछ दिन पहले ही सेवाएं देना शुरू किया है. केदारघाटी से धाम के लिए चारधाम गुप्तकाशी से ऐरो, गुप्तकाशी से आर्यन, मैखण्डा से पिनेकल, फाटा से पवन हंस, चिप्सन एविएशन, थुम्बी, बड़ासू से किस्टल, शैरसी से हिमालयन व सोनप्रयाग से ऐरो एयर क्राफ्ट सेवाएं दे रहे हैं. इनमें ऐरो एयर क्राफ्ट गुप्तकाशी व सोनप्रयाग दो जगहों से सेवाएं दे रहा है.
यह भी पढ़ें-नाराज बन्नू बिरादरी: दशहरा में घटा दशानन का कद, केवल 20 लोग हो सकेंगे शामिल
हेली सेवाओं से महज 15 दिनों में 11 हजार 702 यात्री केदारनाथ पहुंचे हैं और इस दौरान ब्लैक टिकटिंग और वेटिंग को लेकर कई शिकायतें सामने आई हैं. कुछ हेली कंपनियों द्वारा हेलीकॉप्टर की शटल (चक्कर) की सही जानकारी न देने की सूचना भी प्रशासन को मिली है, जिसे देखते हुए केदारनाथ में सीसीटीवी कैमरा लगाए गये हैं.
जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि धाम के लिए उड़ाने भर रहे प्रत्येक हेलीकॉप्टर पर सीसीटीवी कैमरों की मदद से नजर रखी जा रही है साथ ही उनकी एक-एक शटल को रिकार्ड किया जा रहा है. किसी भी गड़बड़ी पर तत्काल प्रभाव से संबंधित हेली कंपनी का लाइसेंस रद्द किया जाएगा और आगामी यात्रा सीजन के लिए भी बैन कर दिया जाएगा.