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92 साल बाद शुरू हुई चंडिका की दिवारा यात्रा, बीना में दिया भक्तों को आशीष

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Published : Jan 12, 2022, 8:00 AM IST

गत 15 अक्टूबर से दशज्यूला क्षेत्र के महड़ गांव स्थित चंडिका मंदिर में विशेष पूजा अर्चना के साथ मां चंडिका की दिवारा यात्रा शुरू हुई थी. दिवारा यात्रा दशज्यूला कांडई एवं चमोली जिले के विभिन्न गांवों का भ्रमण कर बीना (लदोली) पहुंची.

Chandika's divara yatra started after 92 years
92 साल बाद शुरू हुई चंडिका की दिवारा यात्रा.

रुद्रप्रयाग: दशज्यूला क्षेत्र की आराध्य देवी चंडिका ने दिवारा यात्रा ने बीना (लदोली) घर-घर जाकर भक्तों की कुशलक्षेम पूछी. इस दौरान भक्तों ने भी चंडिका देवी फूल मालाओं एवं अक्षतों से जोरदार स्वागत कर अपने परिवार की खुशहाली की कामना की. वहीं, यात्रा में चल रहे भक्तों के जयकारों से क्षेत्र का पूरा वातावरण भक्तिमय बना हुआ है.

बता दें कि 15 अक्टूबर से दशज्यूला क्षेत्र के महड़ गांव स्थित चंडिका मंदिर में विशेष पूजा अर्चना के साथ मां चंडिका की दिवारा यात्रा शुरू हुई थी. दिवारा यात्रा दशज्यूला कांडई एवं चमोली जिले के विभिन्न गांवों का भ्रमण कर बीना (लदोली) पहुंची. इसके बाद पुजारी ने मां चंडिका की पूजा अर्चना के साथ भोग लगाया. जिसके बाद चंडिका के निशान ने यहां पर भक्तों को दर्शन देकर आशीर्वाद दिया. इसके बाद चंडिका देवी ने घर-घर जाकर भक्तों की कुशलक्षेम पूछी. भक्तों ने भी अपने दर पर अक्षत व फूल मालाओं के साथ जोरदार स्वागत किया.

पढ़ें- Uttarakhand Weather: पहाड़ों पर कड़ाके की ठंड, मैदानों में कोहरे ने बढ़ाई टेंशन, येलो अलर्ट

वहीं, लगातार हो रही बारिश के बीच दिवारा यात्रा में बड़ी संख्या में चल रहे भक्तों के जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय बना हुआ है. भक्तों की आस्था मौसम पर भारी पड़ रही है, ऐसे में मां चंडिका की दिवारा यात्रा ने लदोली-बीना के बाद अपने अगले पड़ाव के लिए प्रस्थान किया. देवरा यात्रा के सचिव देवेन्द्र जग्गी ने बताया कि बीना में कुशलक्षेम पूछने के बाद यात्रा कोट, घोलतीर, मवाणा, शिवानंदी, कलना, गडोरा, रतूड़ा, समेरपुर, तिलनी, लमेरी, बौंठा होकर रुद्रप्रयाग पहुंचेगी.

92 वर्षों बाद शुरू हो रही यात्रा को लेकर क्षेत्रीय लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है. क्षेत्रीय लोग इस यात्रा में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. अपने नौ माह की यात्रा में मां चंडिका चारों दिशाओं में जाकर धिणियां की कुलक्षेम पूछेगी. वहीं, जून माह में प्रस्तावित महायज्ञ के साथ यात्रा का समापन किया जाएगा. दिवारा यात्रा में बड़ी संख्या में भक्तजन चल रहे हैं.

रुद्रप्रयाग: दशज्यूला क्षेत्र की आराध्य देवी चंडिका ने दिवारा यात्रा ने बीना (लदोली) घर-घर जाकर भक्तों की कुशलक्षेम पूछी. इस दौरान भक्तों ने भी चंडिका देवी फूल मालाओं एवं अक्षतों से जोरदार स्वागत कर अपने परिवार की खुशहाली की कामना की. वहीं, यात्रा में चल रहे भक्तों के जयकारों से क्षेत्र का पूरा वातावरण भक्तिमय बना हुआ है.

बता दें कि 15 अक्टूबर से दशज्यूला क्षेत्र के महड़ गांव स्थित चंडिका मंदिर में विशेष पूजा अर्चना के साथ मां चंडिका की दिवारा यात्रा शुरू हुई थी. दिवारा यात्रा दशज्यूला कांडई एवं चमोली जिले के विभिन्न गांवों का भ्रमण कर बीना (लदोली) पहुंची. इसके बाद पुजारी ने मां चंडिका की पूजा अर्चना के साथ भोग लगाया. जिसके बाद चंडिका के निशान ने यहां पर भक्तों को दर्शन देकर आशीर्वाद दिया. इसके बाद चंडिका देवी ने घर-घर जाकर भक्तों की कुशलक्षेम पूछी. भक्तों ने भी अपने दर पर अक्षत व फूल मालाओं के साथ जोरदार स्वागत किया.

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वहीं, लगातार हो रही बारिश के बीच दिवारा यात्रा में बड़ी संख्या में चल रहे भक्तों के जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय बना हुआ है. भक्तों की आस्था मौसम पर भारी पड़ रही है, ऐसे में मां चंडिका की दिवारा यात्रा ने लदोली-बीना के बाद अपने अगले पड़ाव के लिए प्रस्थान किया. देवरा यात्रा के सचिव देवेन्द्र जग्गी ने बताया कि बीना में कुशलक्षेम पूछने के बाद यात्रा कोट, घोलतीर, मवाणा, शिवानंदी, कलना, गडोरा, रतूड़ा, समेरपुर, तिलनी, लमेरी, बौंठा होकर रुद्रप्रयाग पहुंचेगी.

92 वर्षों बाद शुरू हो रही यात्रा को लेकर क्षेत्रीय लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है. क्षेत्रीय लोग इस यात्रा में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. अपने नौ माह की यात्रा में मां चंडिका चारों दिशाओं में जाकर धिणियां की कुलक्षेम पूछेगी. वहीं, जून माह में प्रस्तावित महायज्ञ के साथ यात्रा का समापन किया जाएगा. दिवारा यात्रा में बड़ी संख्या में भक्तजन चल रहे हैं.

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