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केदारनाथ: डेढ़ महीने में 7.50 लाख से ज्यादा यात्रियों ने किए बाबा के दर्शन, हर दिन बन रहा नया रिकॉर्ड

9 मई को भगवान केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गये थे. 18 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारपुरी पहुंचे, जहां भगवान भोले के दर्शन किए थे. इस दौरान पीएम मोदी एक रात केदार पूरी में ही रुके थे. यहां उन्होंने रूद्रा गुफा में रात्रि विश्राम किया था.

फाइल फोटो
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Published : Jun 25, 2019, 11:41 PM IST

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा ने इस बार पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. डेढ़ माह की यात्रा में सात लाख पचास हजार से ज्यादा तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं, जबकि अभी चार माह की यात्रा शेष है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ आने बाद श्रद्धालुओं की संख्या का आंकड़ा आसमान छू रहा है. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि इस वर्ष यात्रा का आंकड़ा दस लाख के पार भी जा सकता है.

पढ़ें- काशीपुरः लूट की कार के साथ तीन गिरफ्तार, ग्रामीणों ने पुलिस की थ्यौरी पर उठाए सवाल

बता दें कि 9 मई को भगवान केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गये थे. 18 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारपुरी पहुंचे, जहां भगवान भोले के दर्शन किए थे. इस दौरान पीएम मोदी एक रात केदार पूरी में ही रुके थे. यहां उन्होंने रूद्रा गुफा में रात्रि विश्राम किया था.

केदारनाथ में हर दिन बन रहा नया रिकॉर्ड

पीएम मोदी के इस दौरे के बाद यहां यात्रियों की संख्या में एकाएक बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. केदारनाथ आने वाले श्रद्धालुओं ने इस बार सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. मात्र 45 दिनों में ही साल 2018 का रिकॉर्ड टूट गया. पिछले साल 7 लाख 32 हजार 241 तीर्थयात्रियों ने भगवान केदारनाथ के दर्शन किये थे, इस बार अब तक सात लाख पचास से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं.

पढ़ें- उत्तराखंड विधानसभा सत्रः पेंशन को लेकर अपनों ने ही सरकार को घेरा, मिला ये जवाब

केदारनाथ की यात्रा चारधामों में सबसे कठिन यात्रा है. 18 किमी का पैदल सफर तय करने के साथ ही यहां की भौगोलिक परिस्थिति काफी विकट है. केदारनाथ यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को ऑक्सीजन की कमी से भी जूझना पड़ता है. बावजूद इसके केदारनाथ में दर्शन करने वाले यात्रियों का रिकॉर्ड हर वर्ष बढ़ता जा रहा है.

केदारनाथ आपदा के बाद शुरुआती वर्षों में यात्रियों की संख्या काफी कम रही, लेकिन वर्ष 2017 के बाद संख्या में भारी बढ़ोत्तरी होने लगी. केदारनाथ के इतिहास में पहली बार एक दिन में दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या 36 हजार से अधिक थी.

आपदा से पहले केदारनाथ दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या बदरीनाथ की तुलना में लगभग आधा रहती थी, लेकिन बीते कुछ सालों में इस अंतर में काफी कमी देखी गई थी. पीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी पांच बार केदारनाथ के दर्शन करने आ चुके हैं. जिसके बाद से लगातार यहां तीर्थयात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है.

रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि केदारनाथ यात्रा का आंकड़ा आसमान छू रहा है. पिछले साल छः माह की यात्रा में सात लाख बत्तीस हजार तीर्थयात्रियों ने बाबा के दर्शन किये थे, लेकिन इस वर्ष यह आंकड़ा डेढ़ महीने की यात्रा में ही पूरा हो गया है. बरसाती सीजन खत्म होने के बाद अगस्त व सितम्बर में यात्रा फिर से बढ़ने लगेगी. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन यात्रियों को हरसंभव सहायता दे रहा है. यात्रा से रोजगार मिलने के साथ ही स्थानीय व्यापारियों को काफी फायदा हो रहा है.

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा ने इस बार पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. डेढ़ माह की यात्रा में सात लाख पचास हजार से ज्यादा तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं, जबकि अभी चार माह की यात्रा शेष है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ आने बाद श्रद्धालुओं की संख्या का आंकड़ा आसमान छू रहा है. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि इस वर्ष यात्रा का आंकड़ा दस लाख के पार भी जा सकता है.

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बता दें कि 9 मई को भगवान केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गये थे. 18 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारपुरी पहुंचे, जहां भगवान भोले के दर्शन किए थे. इस दौरान पीएम मोदी एक रात केदार पूरी में ही रुके थे. यहां उन्होंने रूद्रा गुफा में रात्रि विश्राम किया था.

केदारनाथ में हर दिन बन रहा नया रिकॉर्ड

पीएम मोदी के इस दौरे के बाद यहां यात्रियों की संख्या में एकाएक बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. केदारनाथ आने वाले श्रद्धालुओं ने इस बार सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. मात्र 45 दिनों में ही साल 2018 का रिकॉर्ड टूट गया. पिछले साल 7 लाख 32 हजार 241 तीर्थयात्रियों ने भगवान केदारनाथ के दर्शन किये थे, इस बार अब तक सात लाख पचास से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं.

पढ़ें- उत्तराखंड विधानसभा सत्रः पेंशन को लेकर अपनों ने ही सरकार को घेरा, मिला ये जवाब

केदारनाथ की यात्रा चारधामों में सबसे कठिन यात्रा है. 18 किमी का पैदल सफर तय करने के साथ ही यहां की भौगोलिक परिस्थिति काफी विकट है. केदारनाथ यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को ऑक्सीजन की कमी से भी जूझना पड़ता है. बावजूद इसके केदारनाथ में दर्शन करने वाले यात्रियों का रिकॉर्ड हर वर्ष बढ़ता जा रहा है.

केदारनाथ आपदा के बाद शुरुआती वर्षों में यात्रियों की संख्या काफी कम रही, लेकिन वर्ष 2017 के बाद संख्या में भारी बढ़ोत्तरी होने लगी. केदारनाथ के इतिहास में पहली बार एक दिन में दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या 36 हजार से अधिक थी.

आपदा से पहले केदारनाथ दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या बदरीनाथ की तुलना में लगभग आधा रहती थी, लेकिन बीते कुछ सालों में इस अंतर में काफी कमी देखी गई थी. पीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी पांच बार केदारनाथ के दर्शन करने आ चुके हैं. जिसके बाद से लगातार यहां तीर्थयात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है.

रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि केदारनाथ यात्रा का आंकड़ा आसमान छू रहा है. पिछले साल छः माह की यात्रा में सात लाख बत्तीस हजार तीर्थयात्रियों ने बाबा के दर्शन किये थे, लेकिन इस वर्ष यह आंकड़ा डेढ़ महीने की यात्रा में ही पूरा हो गया है. बरसाती सीजन खत्म होने के बाद अगस्त व सितम्बर में यात्रा फिर से बढ़ने लगेगी. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन यात्रियों को हरसंभव सहायता दे रहा है. यात्रा से रोजगार मिलने के साथ ही स्थानीय व्यापारियों को काफी फायदा हो रहा है.

केदारनाथ यात्रा रिकार्ड
केदारनाथ यात्रा के आंकडों ने छुंआ आसमान
डेढ़ माह के भीतर पहुंचे सात लाख पचास हजार से ज्यादा यात्री
पिछले वर्ष छः माह की यात्रा में पहुंचे थे सात लाख बत्तीस हजार यात्री
हर वर्ष यात्रा में हो रहा है भारी इजाफा, व्यापारियों के फायदे के साथ लोगों को मिल रहा रोजगार
अभी चार माह की यात्रा शेष, सितम्बर और अक्टूबर माह में पहुंचते हैं ज्यादा यात्री  
उत्तराखण्ड डेस्क
स्लग- रिकार्ड तोड़ यात्री
रिपोर्ट - रोहित डिमरी/25 जून 2019/रुद्रप्रयाग/एवीबी
एंकर - केदारनाथ यात्रा ने इस बार पिछले वर्ष के रिकार्ड को भी तोड़ दिया है। डेढ़ माह की यात्रा में सात लाख पचास हजार से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन कर लिये हैं, जबकि अभी चार माह की यात्रा शेष है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के केदार आगमन से यात्रा का आंकड़ा आसमान छूं रहा है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि इस वर्ष यात्रा का आंकड़ा दस लाख के पार भी जा सकता है।
नौ मई को भगवान केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गये थे और 18 मई को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केदारपुरी पहुंचे। उन्होंने यहां पर एक रात्रि रूद्रा गुफा में विश्राम किया। प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी के केदारनाथ आकर गुफा में ध्यान करने के बाद श्रद्धालुओं का तांता सा लग गया। यात्रियों के भारी संख्या में आने से मात्र 45 दिनों में ही वर्ष 2018 का रिकार्ड टूट गया। पिछले वर्ष 7 लाख 32 हजार 241 तीर्थयात्रियों ने भगवान केदारनाथ के दर्शन किये थे, जबकि इस इस वर्ष अब तक 7 लाख पचास से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। अभी यात्रा में चार माह का समय शेष है। बता दें कि केदारनाथ की यात्रा चार धामों में सबसे कठिन यात्रा है। 16 किमी का पैदल सफर तय करने के साथ ही यहां की भौगोलिक परिस्थिति काफी विकट है, जिस कारण भोले की यात्रा काफी कष्टदायक है। केदारनाथ यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं का आॅक्सीजन की भारी कमी से जूझना पड़ता है। पैदल चलने वाले तीर्थयात्रियों को 18 किमी का सफर तय करना पड़ता है, बावजूद इसके केदारनाथ में दर्शन करने वाले यात्रियो का रिकार्ड हर वर्ष बढ़ता जा रहा है। केदारनाथ आपदा के बाद शुरूआती वर्षो में जहां यात्रियों की संख्या काफी कम रही, लेकिन वर्ष 2017 के बाद संख्या में भारी बढ़ोत्तरी होने लगी। पहली बार केदारनाथ के इतिहास में एक दिन दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या 36 हजार से अधिक पहुंची। आपदा से पूर्व केदारनाथ दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या बद्रीनाथ की तुलना में लगभग आधा रहती थी, लेकिन गत वर्ष से संख्या मे ज्यादा अंतर नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के केदारनाथ दर्शनो को लगातार आने के बाद से यात्रियो की संख्या में भारी बढ़ोत्तरी हो रही है। जिलाधिकारी मगेश घिल्डियाल ने बताया कि केदारनाथ यात्रा का आंकड़ा आसमान छूं रहा है। पिछले वर्ष छः माह की यात्रा में सात लाख बत्तीस हजार तीर्थयात्रियों ने बाबा के दर्शन किये थे, मगर इस वर्ष यह आंकड़ा डेढ़ की यात्रा में ही पूरा हो गया है। अभी भी धाम में पांच से सात के लगभग तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं। बरसाती सीजन खत्म होने के बाद अगस्त व सितम्बर माह में यात्रा फिर से बढ़ने लगेगी। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन यात्रियों को हरसंभव सहायता दे रहा है। यात्रा से रोजगार मिलने के साथ ही स्थानीय व्यापारियों को काफी फायदा हो रहा है।
बाइट - मंगेश घिल्डियाल, जिलाधिकारी  

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