रुद्रप्रयाग: भारी बारिश के चलते जनपद में 21 मोटरमार्ग बोल्डर और मलबा आने से यातायात के लिए अवरुद्ध हो गए हैं. जिससे 60 से अधिक गांवों का संपर्क ब्लाॅक और जिला मुख्यालय से कट गया है. इनमें कुछ मोटरमार्ग लंबे समय से बाधित चल रहे हैं. ऐसे में संबंधित विभाग की ओर से मार्ग खोलने में लापरवाही बरती जा रही है. जिससे ग्रामीणों को आवागमन करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
बारिश से 21 मोटरमार्ग चल रहे बाधित: अवरुद्ध 21 मोटरमार्गों में लोक निर्माण विभाग रुद्रप्रयाग की 5, लोक निर्माण विभाग ऊखीमठ की 8, पीएमजीएसवाई रुद्रप्रयाग की 5 और पीएमजीएसवाई जखोली की 3 सड़कें शामिल हैं. विजयनगर-पठालीधार डांगी संपर्क मोटर मार्ग का 100 मीटर हिस्सा ध्वस्त होने से ग्रामीणों को परेशानी हो रही है. यहां पर हिल साइड में आवासीय भवनों के कारण बैक कटिंग किया जाना संभव नहीं है. ऐसे में उक्त मोटर मार्ग के क्षतिग्रस्त भाग का कंसल्टेंट के माध्यम से सर्वे, डिजाइन और डीपीआर गठन का कार्य किया जाना है.
केदारनाथ हाईवे पर सफर करना खतरनाक: केदारनाथ हाईवे की हालत भी बद से बदतर बनी हुई है. हाईवे पर सफर करना किसी खतरे से खाली नहीं है. हाईवे पर जगह-जगह मंदाकिनी नदी से कटाव हुआ है, तो कई जगहों पर पहाड़ी दरकी हुई है. ऐसे में यात्री जान हथेली पर रखकर सफर तय करने को मजबूर हैं. इसके अलावा रैंतोली-जसोली नगरासू, जाबरी से जयकंडी, नगरासू-डांडाखाल-धनपुर, छेनागाड़-बक्सीर, मयाली-गुप्तकाशी, कोट-रणधार बधाणीताल, बांसवाड़ा-बष्टी बसुकेदार, मस्तूरा-दिलमी-करोखी मोटरमार्ग मलबा और बोल्डर आने से अवरुद्ध चल रहे हैं.
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यात्रा खत्म होने के बाद हाईवे होगा दुरुस्त: वहीं, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि बंद मार्गों को यातायात के लिए सुचारू करने के लिए संबंधित विभागों को त्वरित गति से खोलने के निर्देश दिए गए हैं. केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक हाईवे को मरम्मत की जरूरत है और इस समय यात्रा की भी जरूरत है. यात्रा खत्म होने के बाद हाईवे को दुरुस्त किया जाएगा.
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