पिथौरागढ़: म के गृह जनपद में पानी का संकट गहराने लगा है. पेयजल संकट से नाराज महिलाओं ने डीएम ऑफिस में प्रदर्शन किया. टकोरा, टकाड़ी और हुड़ेती की महिलाओं ने कहा कि उनके क्षेत्र में गर्मी आने से पहले पेयजल लाइन बिछाने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन अभी तक भी इस दिशा में कोई काम नहीं हुआ है. जिसकी वजह से सैकड़ों परिवार पानी के लिए भटकने को मजबूर हैं.
पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय के कई इलाके इन दिनों पेयजल संकट से जूझ रहे हैं. जनपद के टकाड़ी, दाड़िमखोला, टकोरा और हुड़ेती गांव में पिछले कई दिनों से नलों में पानी नहीं आ रहा है. पेरशान महिलाओं ने महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष पदमा बिष्ट के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन किया और ज्ञापन देते हुए पेयजल संकट का समाधान करने की मांग की.
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महिलाओं का कहना है कि कुछ समय पूर्व दौरे पर आए राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा के सामने लोगों ने पेयजल की समस्या रखी थी, जिसके बाद उन्होंने पेयजल विभाग को इसके बारे में जानकारी दी. पेयजल विभाग ने मार्च तक इन गांवों में पेयजल लाइन पहुंचाने की बात कही थी, लेकिन 15 अप्रैल होने के बावजूद भी गांव में पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं हुई है. महिलाओं ने जल्द ही पेयजल की व्यवस्था नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
वहीं, जिले के सबसे दुर्गम गांव नामिक के ग्रामीणों ने डीएम ऑफिस में धरना दिया. ग्रामीणों का कहना है कि आजादी के 7 दशक बाद भी वे आदम युग सा जीवन जीने को मजबूर हैं. ग्रामीणों ने सड़क और संचार की मांग को लेकर धरना दिया. धरने पर बैठे ग्रामीणों का कहना है कि होकरा और नामिक को जोड़ने वाली सड़क 2016 में स्वीकृत हो गई थी, लेकिन आज भी रत्ती भर काम नही हो पाया है.