पिथौरागढ़: धारचूला में राथी गांव के ग्रामीणों ने ओवरलोडिंग का विरोध जताया है. ग्रामीणों ने एसडीएम धारचुला से मिलकर ओवरलोडिंग पर तत्काल रोक लगाए जाने की मांग की है. ग्रामीणों का कहना है कि राथी गांव को जोड़ने वाली सड़क का बीते 25 सालों से डामरीकरण नहीं हुआ है और रोड भी काफी संकरी है. जिस कारण आये दिन सड़क पर हादसे हो रहे हैं. बावजूद इसके वाहन चालक ओवरलोडिंग करने से बाज नहीं आ रहे हैं.
धारचूला को राथी गांव से जोड़ने वाले मोटरमार्ग में वाहन चालकों द्वारा की जा रही ओवरलोडिंग का ग्रामीणों ने विरोध किया है. ग्रामीणों ने आज (शुक्रवार) एसडीएम धारचूला से मिलकर ओवरलोडिंग पर तत्काल लगाम लगाने की मांग की. ग्रामीणों का कहना है कि राथी मार्ग में वाहन चालक नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं. मार्ग पर आए दिन हो रही दुर्घटनाओं के बावजूद वाहन चालक इससे सबक न लेकर सवारियों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.
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ग्रामीणों ने बताया कि राथी गांव को जोड़ने वाली सड़क की हालात बहुत ही खराब है. 25 सालों से इस सड़क का डामरीकरण नहीं हुआ है. ऐसी सड़क पर वाहन चालकों द्वारा 15 से 20 सवारियां वाहनों में भरकर ले जाई जा रही है. अगर ऐसे में कोई दुर्घटना होती है तो उसका जिम्मेदार कौन रहेगा?
इस मामले में धारचूला के उपजिलाधिकारी अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर थानाध्यक्ष धारचूला को पत्र देकर निर्देश दिया गया है. उन्हें राथी सड़क पर हो रही ओवरलोडिंग की जांच करने के लिए कहा गया है. नियमों का पालन न करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए.