पिथौरागढ़: नैनी गांव के ग्रामीणों ने पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है. ग्रामीणों का आरोप है कि होमगार्ड की हत्या के मामले में पुलिस ने गांव के दो निर्दोष लोगों को गिरफ्तार किया है. ग्रामीणों ने इस मामले में जिला प्रशासन से हस्तक्षेप कर निष्पक्ष जांच की मांग की है.
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बता दें कि 11 अप्रैल को लोकसभा चुनाव में मतदान के दिन डीडीहाट विधानसभा क्षेत्र के नैनी बूथ पर तैनात होमगार्ड हेम चंद्र ईवीएम सील होने के बाद अचानक गायब हो गया था. गायब होने के 24 घंटे बाद होमगार्ड का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था.
हत्या के तीन दिन बाद पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए नैनी गांव के दो लोगों त्रिलोक सिंह धामी (44 ) और दिनेश धामी (35) को गिरफ्तार किया था. पुलिस का कहना था कि दोनों लोगों ने निर्वाचन ड्यूटी के दौरान खाना पकाने का काम दिया गया था. खाना पकाते वक़्त इन दोनों का होमगार्ड से विवाद हो गया था, जो गाली-गलौज तक पहुंच गया था. जिसके बाद दोनों ने होमगार्ड का मारने का प्लान बनाया और उसकी हत्या कर दी.
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वहीं, आरोपी के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने दोनों को जबरन फंसाया है. प्रशासन के पास फरियाद लेकर पहुंचे नैनी गांव के ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस मामले की जांच के नाम पर ग्रामीणों का उत्पीड़न कर रही है. ग्रामीणों ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है.
इस मामले में पिथौरागढ़ एडीएम आरडी पालीवाल का कहना है कि ग्रामीणों ने उन से मुलाकात की है. पुलिस नियमनुसार अपना काम कर रही है. फिर भी मामले की जांच कराई जाएगी और पुलिस आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाएंगे.