पिथौरागढ़: नैसर्गिक खूबसूरती से भरपूर पिथौरागढ़ को मिनी कश्मीर के नाम से भी जाना जाता है. जहां साल भर सैलानियों का तांता लगा रहता है. वहीं एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन जिले में बनने जा रहा है. जिसके बनने से क्षेत्र में पर्यटन को पंख लगने की उम्मीद है. गार्डन के लिए मोस्टमानू क्षेत्र में जगह चिन्हित की गई है. 50 हेक्टेयर जमीन पर इस विश्व स्तरीय ट्यूलिप गार्डन को तैयार करने में करीब 50 करोड़ रुपये का खर्चा आना है. बताया जा रहा है कि कश्मीर में एक हेक्टेयर में बने ट्यूलिप गार्डन के मुकाबले ये काफी बड़ा होगा.
सीएम त्रिवेंद्र रावत के ड्रीम प्रोजेक्ट 13 जिले 13 डेस्टिनेशन के तहत पिथौरागढ़ के मोस्टमानू में विश्व स्तरीय ट्यूलिप गार्डन बनाने के लिए जगह चिन्हित की गई है. वहीं मिट्टी का परीक्षण भी कर लिया गया है. इस गार्डन में 40 प्रजाति के ट्यूलिप के फूल लगाए जाएंगे. साथ ही अन्य प्रजाति के फूल भी इस गार्डन की शोभा बढ़ाएंगे. गार्डन को विकसित करने में वन विभाग को लगभग 10 माह का समय लगेगा. इसके निर्माण के लिए प्रारम्भिक तौर पर 50 लाख रुपये आवंटित किए गए है. शेष धनराशि भी जल्द ही शासन स्तर से जारी की जायेगी.
विश्वस्तरीय ट्यूलिप गार्डन के बनने से जनपद में पर्यटन की गतिविधियां बढ़ेंगी. साथ ही लोगों को स्वरोजगार मिलेगा. वहीं विश्वस्तरीय ट्यूलिप गार्डन के बनने से लोगों को मिनी कश्मीर के नाम से विख्यात पिथौरागढ़ में हिमालय के नैसर्गिक सौन्दर्य के साथ ही तरह-तरह के फूलों का दीदार करने का मौका भी मिलेगा.