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पिथौरागढ़: भुरमुनि का वाटरफॉल पर्यटकों को कर रहा आकर्षित, उमड़ रहे लोग

पिथौरागढ़ मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर स्थित भुरमुनि का वाटरफॉल जिले के सबसे खूबसूरत झरनों में से एक है. चारों ओर घने जंगल से घिरे इस वाटरफॉल की खूबसूरती को देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाता है.

bhurmuni waterfall
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Published : Sep 30, 2021, 8:56 AM IST

Updated : Sep 30, 2021, 9:16 AM IST

पिथौरागढ़: मिनी कश्मीर के नाम से विख्यात पिथौरागढ़ जिला प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है. यहां मौजूद प्राकृतिक झरने कुदरत की खूबसूरती को चार चांद लगा देते हैं. पिथौरागढ़ मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर स्थित भुरमुनि का वाटरफॉल जिले के सबसे खूबसूरत झरनों में से एक है. चारों ओर घने जंगल से घिरे इस वाटरफॉल की खूबसूरती को देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाता है. इस झरने में तैराकी का आनंद लेने के लिए हर दिन हजारों की संख्या में लोग खिंचे चले आ रहे हैं.

भुरमुनि वाटरफॉल की हाल में हुई खोज: भुरमुनि का वाटरफॉल यूं तो सदियों से मौजूद है. मगर हाल ही में स्थानीय युवाओं ने इस झरने को खोज निकाला है. झरने की तलाश करने के बाद स्थानीय युवाओं ने यहां तक पहुंचने के लिए रास्ता भी तैयार किया है. जिसके बाद लोग प्रकृति के इस अनमोल खजाने का दीदार कर पा रहे हैं.

भुरमुनि का वाटरफॉल पर्यटकों को कर रहा आकर्षित.
स्थानीय युवाओं को मिल रहा रोजगार: भुरमुनि वाटरफॉल स्थानीय युवाओं की कमाई का भी जरिया बना हुआ है. भुरमुनि गांव के युवाओं ने झरने का आनंद लेने वालों के लिए 30 रुपये की फीस निर्धारित की है. ऐसे में युवाओं की अच्छी खासी आमदनी भी हो रही है. स्थानीय युवाओं का कहना है कि इस झरने की खोज करने के साथ ही उन्होंने यहां पहुंचने के लिए रास्ता भी तैयार किया है. ऐसे में वो मेहनताने के रूप में न्यूनतम शुल्क लोगों से ले रहे हैं.

झरने तक पहुंचना नहीं है आसान: भुरमुनि वाटरफॉल में स्विमिंग का आनंद लेने के लिए लोग भारी संख्या में यहां आ रहे हैं. मगर यहां तक पहुंचना आसान नहीं हैं. यहां पहुंचने के लिए 4 किलोमीटर कच्चे मार्ग से होकर गुजरना पड़ता है. यहीं नहीं 2 किलोमीटर का पैदल रास्ता भी खतरों से भरा हुआ है. बावजूद इसके यहां पहुंचने के बाद झरने का नजारा देखते ही बनता है.

पढ़ें: पहचाना इन्हें? ये हैं देश के सबसे प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु, अब बाइक पर निकले हैं केदारनाथ

सरकारी तंत्र के प्रयासों की जरूरत: अब तक जंगलों के बीच छिपे इस खूबसूरत झरने को दुनिया के सामने लाकर स्थानीय युवाओं ने अपना रोल अदा कर दिया है. स्थानीय युवाओं ने खासी मशक्कत करके इस झरने को इस लायक बनाया है कि लोग इसका आनंद ले सकें. मगर अब जरूरत हैं सरकारी तंत्र के प्रयासों की. अगर सरकार प्रयास करे तो ये वाटरफॉल जिले के सबसे बेहतर टूरिस्ट डेस्टिनेशन में शुमार हो सकता है.

पिथौरागढ़: मिनी कश्मीर के नाम से विख्यात पिथौरागढ़ जिला प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है. यहां मौजूद प्राकृतिक झरने कुदरत की खूबसूरती को चार चांद लगा देते हैं. पिथौरागढ़ मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर स्थित भुरमुनि का वाटरफॉल जिले के सबसे खूबसूरत झरनों में से एक है. चारों ओर घने जंगल से घिरे इस वाटरफॉल की खूबसूरती को देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाता है. इस झरने में तैराकी का आनंद लेने के लिए हर दिन हजारों की संख्या में लोग खिंचे चले आ रहे हैं.

भुरमुनि वाटरफॉल की हाल में हुई खोज: भुरमुनि का वाटरफॉल यूं तो सदियों से मौजूद है. मगर हाल ही में स्थानीय युवाओं ने इस झरने को खोज निकाला है. झरने की तलाश करने के बाद स्थानीय युवाओं ने यहां तक पहुंचने के लिए रास्ता भी तैयार किया है. जिसके बाद लोग प्रकृति के इस अनमोल खजाने का दीदार कर पा रहे हैं.

भुरमुनि का वाटरफॉल पर्यटकों को कर रहा आकर्षित.
स्थानीय युवाओं को मिल रहा रोजगार: भुरमुनि वाटरफॉल स्थानीय युवाओं की कमाई का भी जरिया बना हुआ है. भुरमुनि गांव के युवाओं ने झरने का आनंद लेने वालों के लिए 30 रुपये की फीस निर्धारित की है. ऐसे में युवाओं की अच्छी खासी आमदनी भी हो रही है. स्थानीय युवाओं का कहना है कि इस झरने की खोज करने के साथ ही उन्होंने यहां पहुंचने के लिए रास्ता भी तैयार किया है. ऐसे में वो मेहनताने के रूप में न्यूनतम शुल्क लोगों से ले रहे हैं.

झरने तक पहुंचना नहीं है आसान: भुरमुनि वाटरफॉल में स्विमिंग का आनंद लेने के लिए लोग भारी संख्या में यहां आ रहे हैं. मगर यहां तक पहुंचना आसान नहीं हैं. यहां पहुंचने के लिए 4 किलोमीटर कच्चे मार्ग से होकर गुजरना पड़ता है. यहीं नहीं 2 किलोमीटर का पैदल रास्ता भी खतरों से भरा हुआ है. बावजूद इसके यहां पहुंचने के बाद झरने का नजारा देखते ही बनता है.

पढ़ें: पहचाना इन्हें? ये हैं देश के सबसे प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु, अब बाइक पर निकले हैं केदारनाथ

सरकारी तंत्र के प्रयासों की जरूरत: अब तक जंगलों के बीच छिपे इस खूबसूरत झरने को दुनिया के सामने लाकर स्थानीय युवाओं ने अपना रोल अदा कर दिया है. स्थानीय युवाओं ने खासी मशक्कत करके इस झरने को इस लायक बनाया है कि लोग इसका आनंद ले सकें. मगर अब जरूरत हैं सरकारी तंत्र के प्रयासों की. अगर सरकार प्रयास करे तो ये वाटरफॉल जिले के सबसे बेहतर टूरिस्ट डेस्टिनेशन में शुमार हो सकता है.

Last Updated : Sep 30, 2021, 9:16 AM IST
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