पिथौरागढ़: आगामी उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 (uttarakhand assembly election) को देखते हुए राजनीतिक पार्टियों के साथ टिकट की चाहत रखने वाले नेता भी काफी सक्रिय दिख रहे हैं. पिथौरागढ़ जिले की गंगोलीहाट विधानसभा (Gangolihat assembly seat) में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों से टिकट के दावेदारों की लम्बी फेहरिस्त नजर आ रही है. यानि यहां एक अनार और सौ बीमार की स्थिति दिखाई दे रही है.
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित गंगोलीहाट विधानसभा में हमेशा ही मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच रहा है. कोई भी पार्टी यहां लगातार दो बार नहीं जीत पाई. बीते चार चुनावों में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे नारायण राम यहां से दो बार जीत दर्ज कर चुके हैं, जबकि 2009 में बीजेपी के जोगाराम और 2017 में मीना गंगोला ने जीत दर्ज की है. बीजेपी की सीटिंग विधायक और कांग्रेस के सीनियर नेता होने के बावजूद यहां दोनों दलों से दावेदारों की भरमार नजर आ रही है.
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बीजेपी की ओर से इस सीट पर विधायक मीना गंगोला के अलावा गीता ठाकुर, फकीर राम, दिनेश आर्य और दर्पण कुमार ने दावेदारी जताई है. जबकि कांग्रेस से पूर्व विधायक नारायण राम आर्या के साथ खजान गुड्डू, जगदीश कुमार, भीम कुमार, मनोज साहनी और गोविंद भारती ने ताल ठोकी है.
गंगोलीहाट सीट पर लगातार बढ़ती दावेदारों की फौज को बीजेपी और कांग्रेस के नेता पार्टी की लोकप्रियता से जोड़ रहे हैं, मगर ये दावेदार चुनाव में दोनों ही पार्टियों के लिए सिरदर्द भी साबित हो सकते हैं. बीते चुनावों में कांग्रेस हो या फिर बीजेपी बागियों ने दोनों को खासा नुकसान पहुंचाया था. ऐसे में दोनों दलों के लिए टिकट की चाह रखने वालों को मनाना भी किसी चुनौती से कम नहीं होगा.