बेरीनाग: इंडियन पब्लिक हेल्थ स्टैंडर्ड नियम के तहत पिथौरागढ़ जिले के चार स्वास्थ्य केंद्रों का विलय किया जाना है. जिसमें बेरीनाग का महिला चिकित्सालय भी शामिल है. आईपीएचएस के मानक लागू होने के बाद यहां के महिला चिकित्सालय का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विलय किया जाएगा.
महिला चिकित्सालय को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विलय किए जाने को लेकर पूर्व ब्लाक प्रमुख रेखा भंडारी ने कहा कि महिला चिकित्सालय को बंद करना यहां की महिलाओं की जिंदगी के साथ खिलवाड़ है. सरकार को अस्पताल बंद करने के बजाए स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना चाहिए. ताकि लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मैदानी क्षेत्रों का रुख न करना पड़े.
वहीं मुख्य चिकित्साधिकारी पिथौरागढ़ डॉ. उषा गुंज्याल ने कहा कि महिला चिकित्सालय को बंद करने के बजाए सीएसची बेरीनाग में विलय किया जा रहा है. जिसके बाद भविष्य में सीएचसी में सभी स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी.
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डिप्लोमा फार्मसी संगठन के अध्यक्ष एनएस रावत ने बताया कि जिन अस्पतालों को विलय किया जा रहा है. उन अस्पतालों में कार्यरत कर्मियों के पदों का भी समायोजन होना चाहिए. यदि पदों का समायोजन नहीं किया गया तो भविष्य में अधिक परेशानियां सामने आएंगी साथ ही बेरोजगारी भी बढ़ सकती है.