पिथौरागढ़ः बीते एक दशक से प्रस्तावित थरकोट झील के निर्माण को लेकर अब उम्मीद जग गई है. इसके लिए नाबार्ड ने करीब 29 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है. इस झील के निर्माण को लेकर नेताओं ने कई दावे किये, लेकिन बजट ना मिलने के कारण इसका निर्माण नहीं हो पाया था. वहीं, पिथौरागढ़-टनकपुर ऑलवेदर रोड के किनारे बन रहे इस झील से पर्यटन विकास को रफ्तार मिलने के साथ कई सुविधाएं मिल सकेंगी.
गौर हो कि प्रस्तावित थरकोट झील का शिलान्यास बीते 2007 में तत्कालीन काबिना मंत्री प्रकाश पंत ने किया था, लेकिन बजट के इंतजाम ना होने के कारण बीते एक दशक से अधिक समय से थरकोट झील का निर्माण कार्य लटका हुआ था. ये झील पिथौरागढ़-टनकपुर ऑलवेदर रोड के किनारे बनाई जा रही है.
अब नाबार्ड को झील के निर्माण का प्रस्ताव सौंपा गया है. नाबार्ड ने 750 मीटर लंबी इस झील के निर्माण के लिए करीब 29 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है. साथ ही इस झील का निर्माण डेढ़ साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए झील के लिए जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई कार्यदायी संस्था सिंचाई विभाग के द्वारा की जा रही है.
कैबिनेट मंत्री और स्थानीय विधायक प्रकाश पंत का कहना है कि इस झील के बनने से पिथौरागढ़ में पर्यटन विकास को रफ्तार मिलेगी. साथ ही बताया कि झील में मछली पालन, नौकायन, सिंचाई और पेयजल की व्यवस्था भी होगी. कैबिनेट मंत्री पंत ने बताया कि ये झील जिले में पर्यटन विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा. साथ ही इसका इस्तेमाल बहुउद्देश्यीय के लिए भी किया जा सकेगा.