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राज्य आंदोलनकारी चंद्रशेखर पुनेठा ने नेपाल सरकार पर साधा निशाना, विवाद को बताया चीनी साजिश - भारत-नेपाल सीमा विवाद पर राज्य आंदोलनकारी

कालापानी और लिपुलेख पर नेपाल के दावे को राज्य आंदोलनकारियों ने सिरे से नकारा है. साथ ही इसे चीनी साजिश करार दिया है.

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भारत - नेपाल सीमा विवाद.
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Published : May 30, 2020, 9:40 PM IST

पिथौरागढ़: भारत के राजनीतिक दबाव के बाद नेपाल सरकार भले ही सीमा विवाद को लेकर बैकफुट पर आ गई हो. मगर यह विवाद अभी भी पूरी तरह ठंडा नहीं हुआ है. सोशल मीडिया पर अभी भी इस मुद्दे पर शीत युद्ध छिड़ा हुआ है. वहीं उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने सीमा विवाद को लेकर नेपाल सरकार को कटघरे में खड़ा किया है.

राज्य आंदोलनकारी चंद्रशेखर पुनेठा का कहना है कि चीन के इशारे पर नेपाल सरकार बेवजह सीमा विवाद को तूल दे रही है, जबकि ब्रिटिश शासनकाल में हुई सिगौली की संधि के बाद से ही यह इलाका भारत का अभिन्न अंग है. 1980 से पृथक राज्य की मांग से जुड़े राज्य आंदोलनकारी चंद्रशेखर पुनेठा का कहना है कि लिपुलेख तक सड़क पहुंचने के बाद भारत को सामरिक नजरिये से मजबूत होता देख चीन बौखलाया हुआ है और नेपाल पर दबाव डालकर सीमा विवाद को बढ़ावा दे रहा है.

भारत - नेपाल सीमा विवाद.

यह भी पढ़ें-चमोली: एक जून से कर सकेंगे फूलों की घाटी का दीदार

चंद्रशेखर पुनेठा ने कहा कि चीन भारत से सटे नेपाल के इलाकों में सड़क बना रहा है. साथ ही नेपाल में विकास कार्यों के लिए भी जमकर पैसा देकर मदद कर रहा है, ताकि नेपाल को आर्थिक तौर पर अपना गुलाम सके. पुनेठा ने कहा भारत और नेपाल का रोटी बेटी का रिश्ता है ऐसे में दोनों मुल्कों के राजनयिकों को आपस में बातचीत के जरिए ये विवाद जल्द से जल्द सुलझा लेना चाहिए.

पिथौरागढ़: भारत के राजनीतिक दबाव के बाद नेपाल सरकार भले ही सीमा विवाद को लेकर बैकफुट पर आ गई हो. मगर यह विवाद अभी भी पूरी तरह ठंडा नहीं हुआ है. सोशल मीडिया पर अभी भी इस मुद्दे पर शीत युद्ध छिड़ा हुआ है. वहीं उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने सीमा विवाद को लेकर नेपाल सरकार को कटघरे में खड़ा किया है.

राज्य आंदोलनकारी चंद्रशेखर पुनेठा का कहना है कि चीन के इशारे पर नेपाल सरकार बेवजह सीमा विवाद को तूल दे रही है, जबकि ब्रिटिश शासनकाल में हुई सिगौली की संधि के बाद से ही यह इलाका भारत का अभिन्न अंग है. 1980 से पृथक राज्य की मांग से जुड़े राज्य आंदोलनकारी चंद्रशेखर पुनेठा का कहना है कि लिपुलेख तक सड़क पहुंचने के बाद भारत को सामरिक नजरिये से मजबूत होता देख चीन बौखलाया हुआ है और नेपाल पर दबाव डालकर सीमा विवाद को बढ़ावा दे रहा है.

भारत - नेपाल सीमा विवाद.

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चंद्रशेखर पुनेठा ने कहा कि चीन भारत से सटे नेपाल के इलाकों में सड़क बना रहा है. साथ ही नेपाल में विकास कार्यों के लिए भी जमकर पैसा देकर मदद कर रहा है, ताकि नेपाल को आर्थिक तौर पर अपना गुलाम सके. पुनेठा ने कहा भारत और नेपाल का रोटी बेटी का रिश्ता है ऐसे में दोनों मुल्कों के राजनयिकों को आपस में बातचीत के जरिए ये विवाद जल्द से जल्द सुलझा लेना चाहिए.

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