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खेल और युवा कल्याण विभाग के एकीकरण का विरोध तेज, खिलाड़ियों ने कही ये बात

खेल विभाग और युवा कल्याण विभाग के एकीकरण का पिथौरागढ़ के खेल विशेषज्ञों ने पुरजोर विरोध किया है. उनका कहना है कि इसकी कीमत भविष्य में खेल और खिलाड़ियों को चुकानी पड़ेगी.

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खेल और युवा कल्याण विभाग के एकीकरण के विरोध में खेल विशेषज्ञ
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Published : Sep 17, 2020, 8:27 PM IST

पिथौरागढ़: सरकार द्वारा खेल विभाग और युवा कल्याण विभाग का एकीकरण करने की योजना का खेल विशेषज्ञ और खिलाड़ियों ने पुरजोर विरोध किया है. खेल विशेषज्ञों का कहना है कि दोनों विभागों के कार्य क्षेत्र अलग-अलग है. ऐसे में इन विभागों के एकीकरण से प्रदेश में खेलों का नुकसान होना तय है. अर्जुन अवॉर्डी और भारतीय बॉस्केटबॉल टीम के पूर्व कप्तान रहे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हरिदत्त कापड़ी ने भी इस एकीकरण का विरोध किया है. उन्होंने सरकार से खेल विभाग का स्वतंत्र अस्तित्व बनाये रखने की अपील की है.

खेल और युवा कल्याण विभाग के एकीकरण का विरोध.

खेल विभाग और युवा कल्याण विभाग के एकीकरण की प्रस्तावित योजना को लेकर खेल जगत में भारी नाराजगी देखने को मिल रही है. देश को अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी देने वाले पिथौरागढ़ जिले के खेल विशेषज्ञों ने एकीकरण के प्रस्ताव का विरोध किया है.

पढ़ें- फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे पाई नौकरी, शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज

इस मामले में अर्जुन अवार्डी हरिदत्त कापड़ी का कहना है कि खेल विभाग एक तकनीकी विभाग है. युवा कल्याण विभाग के साथ इसका विलय किया जाना गैर तकनीकी लोगों के हाथ में खेल की बागडोर सौंपने जैसा है. जिसकी भारी कीमत भविष्य में खेल और खिलाड़ियों को चुकानी पड़ेगी.

पढ़ें- देहरादून: सरकारी जमीनों पर भू-माफिया की नजर, पर्यटन विभाग की 100 बीघा जमीन खुर्दबुर्द

वहीं, जिला बॉक्सिंग संघ के अध्यक्ष कैप्टन धरम चंद, अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर देवी चंद, अंतरराष्ट्रीय महिला बॉक्सर नेहा कसनियाल, अंतरराष्ट्रीय एथलीट प्रमोद पाटनी और अन्य खेल विशेषज्ञों व खिलाड़ियों ने भी इस विलय का पुरजोर विरोध करते हुए खेल विभाग को पूर्व की भांति स्वंत्रत रूप से खेलों के विकास के लिये कार्य करने के लिये यथावत रखने की सरकार से अपील की है.

पिथौरागढ़: सरकार द्वारा खेल विभाग और युवा कल्याण विभाग का एकीकरण करने की योजना का खेल विशेषज्ञ और खिलाड़ियों ने पुरजोर विरोध किया है. खेल विशेषज्ञों का कहना है कि दोनों विभागों के कार्य क्षेत्र अलग-अलग है. ऐसे में इन विभागों के एकीकरण से प्रदेश में खेलों का नुकसान होना तय है. अर्जुन अवॉर्डी और भारतीय बॉस्केटबॉल टीम के पूर्व कप्तान रहे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हरिदत्त कापड़ी ने भी इस एकीकरण का विरोध किया है. उन्होंने सरकार से खेल विभाग का स्वतंत्र अस्तित्व बनाये रखने की अपील की है.

खेल और युवा कल्याण विभाग के एकीकरण का विरोध.

खेल विभाग और युवा कल्याण विभाग के एकीकरण की प्रस्तावित योजना को लेकर खेल जगत में भारी नाराजगी देखने को मिल रही है. देश को अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी देने वाले पिथौरागढ़ जिले के खेल विशेषज्ञों ने एकीकरण के प्रस्ताव का विरोध किया है.

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इस मामले में अर्जुन अवार्डी हरिदत्त कापड़ी का कहना है कि खेल विभाग एक तकनीकी विभाग है. युवा कल्याण विभाग के साथ इसका विलय किया जाना गैर तकनीकी लोगों के हाथ में खेल की बागडोर सौंपने जैसा है. जिसकी भारी कीमत भविष्य में खेल और खिलाड़ियों को चुकानी पड़ेगी.

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वहीं, जिला बॉक्सिंग संघ के अध्यक्ष कैप्टन धरम चंद, अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर देवी चंद, अंतरराष्ट्रीय महिला बॉक्सर नेहा कसनियाल, अंतरराष्ट्रीय एथलीट प्रमोद पाटनी और अन्य खेल विशेषज्ञों व खिलाड़ियों ने भी इस विलय का पुरजोर विरोध करते हुए खेल विभाग को पूर्व की भांति स्वंत्रत रूप से खेलों के विकास के लिये कार्य करने के लिये यथावत रखने की सरकार से अपील की है.

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