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राज्यसभा सांसद की मांग, तराई में विस्थापित हो टांगा गांव - राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा

राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि पिथौरागढ़ के आपदा प्रभावित गांव को तराई क्षेत्र में कृषि योग्य भूमि देकर विस्थापित किया जाए.

Rajya Sabha MP Pradeep Tamta
राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा
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Published : Jul 24, 2020, 9:18 PM IST

Updated : Jul 26, 2020, 5:36 PM IST

पिथौरागढ़: राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने पिथौरागढ़ के तांगा गांव को विस्थापित करने की मांग की है. आपदा प्रभावित टांगा का दौरा कर लौटे सांसद ने बताया कि बादल फटने की घटना के बाद पूरा गांव भूस्खलन की जद में है. ऐसे में 66 परिवारों को बचाने के लिए गांव को हमेशा के लिए तराई में विस्थापित किया जाए.

तराई में विस्थापित हो टांगा गांव- प्रदीप टम्टा

राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने राज्य सरकार पर आपदा प्रभावित क्षेत्रों की अनदेखी का आरोप लगाया है. प्रदीप टम्टा का कहना है कि आपदा को 5 दिन गुजर जाने के बाद भी मुनस्यारी और बंगापानी में हालात सामान्य नहीं हुए हैं. प्रदीप टम्टा ने बताया कि आपदाग्रस्त टांगा गांव का 80 फीसदी हिस्सा भूस्खलन की चपेट में आ गया है. ऐसे में गांव के सभी प्रभावित परिवारों को तराई में पर्याप्त कृषि योग्य भूमि देकर विस्थापित किया जाए.

पढ़ें: रामनगर: झिरना रेंज में मिला बाघ के शावक का शव, जांच में जुटा वन विभाग

टम्टा ने कहा कि मुनस्यारी और बंगापानी तहसील में कई गांव आपदा के मुहाने पर खड़े है और मॉनसून सीजन में कोई भी बड़ी घटना हो सकती है. ऐसे में सभी आपदा प्रभावित गांवों को चिह्रित कर उनका विस्थापन किया जाए.

पिथौरागढ़: राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने पिथौरागढ़ के तांगा गांव को विस्थापित करने की मांग की है. आपदा प्रभावित टांगा का दौरा कर लौटे सांसद ने बताया कि बादल फटने की घटना के बाद पूरा गांव भूस्खलन की जद में है. ऐसे में 66 परिवारों को बचाने के लिए गांव को हमेशा के लिए तराई में विस्थापित किया जाए.

तराई में विस्थापित हो टांगा गांव- प्रदीप टम्टा

राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने राज्य सरकार पर आपदा प्रभावित क्षेत्रों की अनदेखी का आरोप लगाया है. प्रदीप टम्टा का कहना है कि आपदा को 5 दिन गुजर जाने के बाद भी मुनस्यारी और बंगापानी में हालात सामान्य नहीं हुए हैं. प्रदीप टम्टा ने बताया कि आपदाग्रस्त टांगा गांव का 80 फीसदी हिस्सा भूस्खलन की चपेट में आ गया है. ऐसे में गांव के सभी प्रभावित परिवारों को तराई में पर्याप्त कृषि योग्य भूमि देकर विस्थापित किया जाए.

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टम्टा ने कहा कि मुनस्यारी और बंगापानी तहसील में कई गांव आपदा के मुहाने पर खड़े है और मॉनसून सीजन में कोई भी बड़ी घटना हो सकती है. ऐसे में सभी आपदा प्रभावित गांवों को चिह्रित कर उनका विस्थापन किया जाए.

Last Updated : Jul 26, 2020, 5:36 PM IST
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