पिथौरागढ़: डॉक्टरों की लापरवाही के चलते महिला अस्पताल में डिलीवरी के बाद एक और महिला की मौत हो गई है. जिला महिला अस्पताल में नेहा बोरा (29) ने एक बच्ची को जन्म दिया. लेकिन भीतरी रक्तस्राव की वजह से दो दिन बाद ही महिला की मौत हो गई.
मृतक महिला के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है. वहीं, अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि महिला की मौत ऑपरेशन के बाद पानी पीने से हुई है. जबकि, महिला को तीन दिनों तक पानी पीने के लिए बिल्कुल मना किया गया था.
जिला महिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. जेएस नबियाल ने बताया कि महिला का प्रसव ऑपरेशन के द्वारा किया गया था. ऑपरेशन की वजह से महिला के पेट के भीतर के हिस्सों में ब्लीडिंग हो रही थी. महिला को बताया गया था कि तीन दिन तक खाना और पानी बिल्कुल नहीं पीना है, लेकिन महिला ने परहेज न करते हुए पानी पी लिया. उसके बाद महिला की हालत बिगड़ने लगी. डॉक्टरों ने काफी प्रयास किया लेकिन वह महिला को नहीं बचा पाए.
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गर्भवती महिला की मौत के बाद उसकी तीन दिन की मासूम बच्ची बिना मां के तड़प रही है. जिला महिला अस्पताल में लगातार हो रही मौत से अस्पताल प्रबंधन सवालों के घेरे में है. लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं किया है. जिसका नतीजा है कि बीते दो महीने के भीतर प्रसव के दौरान यहां तीसरी महिला की मौत का मामला सामने आया है.