पिथौरागढ़ः गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने के फैसले पर सियासत गर्म हो गई है. बीजपी संगठन जहां इसे स्वागत योग्य फैसला बता रहा है. वहीं, क्षेत्रीय दल यूकेडी ने इसे छवाला करार दिया है. यूकेडी का कहना है कि कर्ज में डूबे प्रदेश में दो-दो राजधानी का कोई मतलब नहीं है.
गैरसैंण को उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने के फैसले का बीजेपी संगठन ने स्वागत किया है. वहीं, क्षेत्रीय दल यूकेडी ने इस फैसले के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी का कहना है कि पर्वतीय राज्य की अवधारणा को साकार करने के लिए बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में किए गए वादे को निभाया है. साथ ही उन्होंने कहा कि अब गैरसैंण में बुनियादी सुविधाओं के विकास पर सरकार का फोकस रहेगा.
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वहीं यूकेडी के शीर्ष नेता काशी सिंह ऐरी ने आरोप लगाया है कि सरकार गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाकर इसे नेताओं और अफसरों की ऐशगाह बनाना चाहती हैं. ऐरी ने कहा कि यूकेडी गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की मांग को लेकर जल्द ही बड़ा आंदोलन करेगी.