पिथौरागढ़: जिला मुख्यालय और उससे सटे गांवों में जंगली जानवरों की दस्तक से ग्रामीण खौफजदा है. आलम ये है कि ग्रामीण शाम ढलते ही घरों में कैद होने को मजबूर है. वहीं, बीते दिनों गुलदार के हमले में जहां एक महिला की मौत हुई थी, वहीं, आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं.
ग्रामीणों को जंगली जानवरों से निजात दिलाने के लिए वैसे तो वन महकमे आसपास के इलाके में कई पिंजरें लगाए हैं. लेकिन अभीतक विभाग की कोई भी कोशिश परवान चढ़ती नहीं दिख रही है. बीते एक महीने से पिथौरागढ़ शहर और उससे सटे इलाकों में गुलदार का खौफ बना हुआ है.
इतना ही नहीं बीते दिनों पपदेव में जहां एक महिला को गुलदार ने अपना निवाला बनाया था. वहीं, गुलदार ने दो लोगों पर जानलेवा कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया. अन्य इलाकों में भी गुलदार कई लोगों पर हमला कर चुका है. जबकि, मवेशियों को आए दिन गुलदार अपना शिकार बना रहा है.
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क्षेत्र में गुलदार ही नहीं भालू का आतंक भी बना हुआ है. भालू के हमले में कई लोग घायल भी हो चुके हैं. वहीं, गुजरे पखवाड़े में यहां रिहायशी इलाकों में दो शावक भी पकड़े गए. माना जा रहा है कि इन शावकों की मां ने ही अपने बच्चों की तलाश में आंतक मचाया है.
ये पहला मौका है जब आबादी से घिरे पिथौरागढ़ शहर में जंगली जानवरों का आतंक दिखाई दे रहा है. ऐसे में अगर जल्द ही वन महकमें ने इन पर काबू नहीं पाया तो तय है कि लोगों की दिक्कतें बढ़ती रहेंगी और खौफ के साए में जीने को मजबूर हजारों लोगों की जिंदगी पर हर पल खतरा भी मंडराता रहेगा.