पिथौरागढ़: जिले में 17 साल की लड़की के गर्भवती होने और नवजात को दफनाने का मामला सामने आया है. दो जनवरी को जिला महिला अस्पताल के बाथरूम में एक किशोरी ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया था. लेकिन लोकलाज के डर से किशोरी और उसकी मां नवजात को छिपा कर ले गयी और उसे दफना डाला.
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मामले का खुलासा तब हुआ जब नाबालिग की तबीयत बिगड़ी और वो दोबारा महिला अस्पताल पहुंची. परिजनों की निशानदेही पर नवजात के शव को गढ्ढे से बरामद कर लिया गया है. पुलिस के मुताबिक, बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, ताकि पता लग सके कि नवजात दफनाने के वक्त जिंदा था नहीं.
नवजात की मौत मामले में पिथौरागढ़ कोतवाली पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है. वहीं, बच्ची के परिजनों की शिकायत पर राजस्व पुलिस ने 25 वर्षीय एक युवक के खिलाफ पोक्सो समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया है. आरोपी युवक गांव से बाहर नौकरी के लिए गया है. जिसकी तलाश की जा रही है. वहीं, किशोरी को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के पास भेजा गया है.
पिथौरागढ़ थानाध्यक्ष रमेश तनवार ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर मामले की सभी पहलुओं से जांच की जा रही है. नवजात की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता लग पायेगा कि मौत किन कारणों से हुई थी. वहीं, तहसीलदार सुभाष राम ने जानकारी दी कि परिजनों की शिकायत पर आरोपी युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोपी युवक की तलाश के लिए टीम भेज दी गयी है.