पिथौरागढ़: जिले में धारचूला और नेपाल को जोड़ने वाला इंटरनेशनल झूला पुल एक बार फिर खोला गया. दोनों देशों की सहमति से पुल को एक घंटे के लिए खोला गया था. इस दौरान भारत की ओर से 41 लोग नेपाल को गए. वहीं, 21 लोग नेपाल से भारत आए.
असल में पुल को भारत की गोरखा रेजीमेंट में तैनात एक नेपाली नागरिक के लिए खोला गया था. मूल रूप से नेपाल निवासी टिकेंद्र बहादुर जो भारत की गोरखा रेजिमेंट में तैनात है. उन्होंने परिवार के साथ भारत आने के लिए प्रशासन को पत्र लिखा था. नेपाल सीडीओ कार्यालय से यह पत्र धारचूला प्रशासन को भेजा गया. जिलाधिकारी के आदेश पर शुक्रवार को पुल एक घंटे के लिए खोला गया. पुल खोले जाने पर भारत और नेपाल से कुल 62 लोगों ने आवाजाही की.
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नेपाल से आने वाले सभी लोगों की पुल पर ही थर्मल स्क्रीनिंग की गई है. दोनों देशों के लोग राशन सहित अन्य दैनिक सामग्री भी साथ ले गए थे. बता दें कि कोरोना महामारी को देखते हुए दोनों देशों ने अपने-अपने गेट बंद कर दिए थे. किसी को भी आने-जाने के अनुमति नहीं थी. हालांकि बीच में धारचुला में फंसे हुए नेपाली नागरिकों को भेजने के लिए पुल को खोला गया था.