पिथौरागढ़: भारत और नेपाल के रोटी-बेटी के रिश्तों को देखते हुए झूलाघाट स्थित अंतरराष्ट्रीय झूलापुल को अब हफ्ते में दो दिन खोला जाएगा. वहीं, शुक्रवार को पुल खुलने पर नेपाल से आ रहे लोगों को देखकर झूलाघाट के व्यापारी भड़क उठे. व्यापारियों ने नेपाली नागरिकों के भारत आने का विरोध किया है. व्यापारियों का कहना है कि वो लम्बे समय से पुल को व्यापारिक गतिविधियों के लिए खोलने की मांग कर रहे है, लेकिन उनकी मांगों को अनदेखा करते हुए पुल को सिर्फ आम लोगों के लिए ही खोला जा रहा है.
धारचूला की तर्ज पर अब झूलाघाट पुल को भी हफ्ते में दो दिनों के लिए खोलने के लिए भारत और नेपाल में सहमति बन गयी है. सोमवार और शुक्रवार को नेपाली नागरिक बैतड़ी प्रशासन के अनुमति पत्र के आधार पर भारत आ पाएंगे. वहीं, नेपाली नागरिकों के लिए पुल खोले जाने का झूलाघाट व्यापार संघ ने विरोध किया है. इस मामले को लेकर आज (शनिवार) झूलाघाट के व्यापारियों की एक बैठक भी आयोजित की.
ये भी पढ़ें- ट्रैफिक पुलिस सख्त, स्टीकर और नंबर प्लेट पर रुआब दिखाने वालों पर होगा एक्शन
व्यापारियों का कहना है कि कोरोना काल के दौरान 10 महीने से झूलाघाट में व्यापारिक गतिविधियां पूरी तरह ठप है. ऐसे में पुल को सिर्फ आम लोगों के लिए ही नहीं बल्कि व्यापारिक गतिविधियों के लिए भी खोला जाये. वहीं, झूलाघाट व्यापार संघ के अध्यक्ष जगदीश जोशी ने कहा कि बिना कोरोना जांच के नेपाली भारत आ रहे हैं, जबकि पुल से लगे नेपाली क्षेत्र में कोरोना के बढ़ते मामले देख कर नेपाल का बैतड़ी प्रशासन दस दिन का लॉकडाउन करने की तैयारी कर रहा है. पिथौरागढ़ प्रशासन नेपालियों के लिए पुल खोल रहा है.
ये भी पढ़ें: कोरोना तय करेगा महाकुंभ-2021 का स्वरूप, जानिए क्यों?
वहीं, तहसीलदार पंकज चंदोला का कहना है कि सप्ताह में दो दिन सोमवार और शुक्रवार को नेपाल प्रशासन की अनुमति पत्र पर आवाजाही होगी. शादी, बीमार या आपात स्थिति को देखते हुए पुल कभी भी खोला जाएगा. साथ ही आवाजाही करने वालों को अनुमति लेनी आवश्यक होगी.