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नहीं रहे अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर कैप्टन धरम चंद, आर्मी हॉस्पिटल में चल रहा था कोरोना का इलाज - अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर कैप्टन न्यूज

अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर धरम चंद के निधन का समाचार मिलते ही खेल जगत में शोक की लहर दौड़ गई. खिलाड़ियों के साथ ही विभिन्न दलों के जनप्रतिनिधियों ने उनके निधन पर गहरा दु:ख जताया.

International boxer Captain Dharam Chand
अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर कैप्टन धरम चंद
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Published : Nov 30, 2020, 7:43 PM IST

पिथौरागढ़: जाने-माने इंटरनेशनल बॉक्सर कैप्टन धरम चंद का सोमवार को कोरोना के कारण निधन हो गया है. धरम चंद ने 70 साल की उम्र में पिथौरागढ़ के आर्मी हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली. धरम चंद ने 1982 के एशियन गेम्स में भारत को कांस्य पदक दिलाया था. यही नहीं बतौर बॉक्सिंग कोच भी चंद का खासा योगदान रहा है. उनके कई शिष्यों ने इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में मैडल जीते हैं.

अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर धरम चंद के निधन का समाचार मिलते ही खेल जगत में शोक की लहर दौड़ गई. खिलाड़ियों के साथ ही विभिन्न दलों के जनप्रतिनिधियों ने उनके निधन पर गहरा दु:ख जताया. पिथौरागढ़ जिले के वर्तियाकोट गांव के रहने वाले कैप्टन धरम चंद ने साल 1979 और 1982 में राष्ट्रीय चैम्पियन का खिताब जीता. यही नहीं दो बार उन्होंने एशियाड खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया.

पढ़ें- कैसे रुकेगा कोरोना: यहां अधिकारी और कर्मचारी ही तोड़ रहे नियम

इसके अलावा 1979, 80, 82 और 83 में उन्होंने सर्विस चैम्पियनशिप जीती थी. सेना से सेवानिवृत्ति होने के बाद उन्होंने स्पोर्ट्स स्टेडियम में अपनी सेवाएं दी. वर्तमान में वे जिले की खेल प्रतिभाओं को निखार रहे थे. पिथौरागढ़ को बॉक्सिंग का हब बनाने का श्रेय भी धरम चंद को ही जाता है.

पिथौरागढ़: जाने-माने इंटरनेशनल बॉक्सर कैप्टन धरम चंद का सोमवार को कोरोना के कारण निधन हो गया है. धरम चंद ने 70 साल की उम्र में पिथौरागढ़ के आर्मी हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली. धरम चंद ने 1982 के एशियन गेम्स में भारत को कांस्य पदक दिलाया था. यही नहीं बतौर बॉक्सिंग कोच भी चंद का खासा योगदान रहा है. उनके कई शिष्यों ने इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में मैडल जीते हैं.

अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर धरम चंद के निधन का समाचार मिलते ही खेल जगत में शोक की लहर दौड़ गई. खिलाड़ियों के साथ ही विभिन्न दलों के जनप्रतिनिधियों ने उनके निधन पर गहरा दु:ख जताया. पिथौरागढ़ जिले के वर्तियाकोट गांव के रहने वाले कैप्टन धरम चंद ने साल 1979 और 1982 में राष्ट्रीय चैम्पियन का खिताब जीता. यही नहीं दो बार उन्होंने एशियाड खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया.

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इसके अलावा 1979, 80, 82 और 83 में उन्होंने सर्विस चैम्पियनशिप जीती थी. सेना से सेवानिवृत्ति होने के बाद उन्होंने स्पोर्ट्स स्टेडियम में अपनी सेवाएं दी. वर्तमान में वे जिले की खेल प्रतिभाओं को निखार रहे थे. पिथौरागढ़ को बॉक्सिंग का हब बनाने का श्रेय भी धरम चंद को ही जाता है.

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